दतिया। पूरे बुंदेलखंड सहित ग्वालियर चंबल अंचल और छत्तीसगढ़ में त्रिकालदर्शी दरबार के नाम से अपनी खास पहचान के लिए प्रसिद्ध पंडोखर धाम में रविवार को राष्ट्रीय संत महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा अपने तमाम शिष्यों के साथ पहुंचे. यहां राम महायज्ञ में भाग लेने के लिए वे आए थे, इस दौरान कंप्यूटर बाबा ने पंडोखर धाम के पीठाधीश्वर गुरुशरण महाराज से मुलाकात कर परिसर का भ्रमण किया. साथ ही उन्होंने हनुमान जी के दर्शन कर राजाधिराज हथीवान महाराज के भी दिव्यदर्शन प्राप्त किए.
हिंदुराष्ट्र की अवधारणा को लेकर सामने आए कंप्यूटर बाबा: देश में इस समय सनातन धर्म को लेकर तमाम चर्चाओं के बाजार गर्म हैं. सनातन और हिंदुराष्ट्र की अवधारणा को लेकर तमाम साधु संत अब एकजुट होते हुए भी दिख रहे हैं, चाहे वह बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हों या पंडोखर धाम के गुरुशरण महाराज या फिर प्रसिद्ध कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर जी. ये सभी विद्वान और संत काफी लंबे समय से सनातन धर्म और हिंदू राष्ट्र की स्थापना की बात कर रहे हैं. अब इस कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है वो है राष्ट्रीय संत के रूप में प्रख्यात कंप्यूटर बाबा, उन्होंने रविवार को त्रिकालदर्शी पंडोखर दरबार में बैठकर महाराज पंडोखर के चमत्कार देखे.
कंप्यूटर बाबा सनातन धर्म का राग अलाप रहे: कंप्यूटर बाबा के जुड़ने से इसकी महत्वता और बढ़ गई है, क्योंकि कुछ दिन पहले कंप्यूटर बाबा को धर्मनिरपेक्ष माने जाने वाले दल कांग्रेस का प्रचार करते हुए देखा गया था. कंप्यूटर बाबा ने अपने अनुयायियों के साथ मिलकर कांग्रेस का चुनावी बिगुल बजाया था, अब वही कंप्यूटर बाबा ने सनातन धर्म का राग अलापा है. पंडोखर दरबार में अपने संबोधन में कंप्यूटर बाबा ने यहां तक कह दिया कि "जब सनातन की बात हो ही रही है, तो हम कहां पीछे हैं. जिस दिन पंडोखर महाराज आवाज देंगे, उसी दिन भारत के लाखों संतों को पंडोखर धाम में उपस्थित कर दूंगा."