दतिया। उनाव थाना अंतर्गत पहूज नदी में चार दिन पूर्व पानी मे उतरती मिली युवक की लाश की शिनाख्त हो गई है. युवक की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते की गई है. हत्या कर आरोपियों ने शव को नदी में फेंक दिया था. इस मामले को लेकर पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश के झांसी शहर की पुलिस ने खुलासा किया है. युवक की शिनाख्त झांसी के तालपुरा इलाके का निवासी अरुण परिहार के रूप में हुई है. युवक 12 जनवरी से लापता था. तालपुरा में रहने वाले छोटू परिहार ने अपने बड़े भाई अरुण परिहार के लापता होने की सूचना पुलिस को दी थी.
परिजनों ने की शव की शिनाख्त : पुलिस को बताया गया कि उसका भाई बड़ागांव गेट स्थित देव लाल चौबे का अखाड़ा जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन इसके बाद लौट कर नहीं आया. 13 जनवरी को पुलिस ने इस मामले में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली. 14 जनवरी को युवक का शव दतिया के उनाव से निकली पहूज नदी में उतराता मिला. इसकी जानकारी दतिया पुलिस ने पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश की झांसी पुलिस को दी. 15 जनवरी को युवक के परिजन जिला अस्पताल पहुंचे और शव की शिनाख्त अरुण परिहार के रूप में की.
यह है पूरी कहानी : उनाव पुलिस के मुताबिक मृतक का नाम अरुण परिहार (22) है. वह तालपुरा के नेहरू पार्क के पास रहता था. वह अपने छोटे भाई छोटू परिहार के साथ विकास भवन के सामने चाय का ठेला लगाता था. अरुण का बड़ागांव गेट बाहर की रहने वाली एक युवती से 2 साल से अफेयर चल रहा था. 8 जनवरी को प्रेमिका की सगाई हुई. पुलिस के मुताबिक युवती का भाई अंकित और अरुण दोस्त थे. इस वजह से अरुण युवती के घर पर आता-जाता रहता था. इसी दौरान अरुण का अंकित की बहन से अफेयर हो गया था. मगर, यह बात लड़की के घरवालों को पता नहीं थी. 8 जनवरी को लड़की की पलक पैलेस में किसी और से सगाई हो रही थी. यह बात जैसे ही अरुण को पता चली तो वह बिना बुलाए वहां पहुंच गया. उसने हंगामा कर लड़की से किसी और से सगाई करने से मना किया.
ऐसे रची हत्या की साजिश : इसके बाद लड़के पक्ष के लोगों और मंगेतर को भी पता चल गया कि लड़की का उससे अफेयर है. लड़की के भाई अंकित बाथम और नितिन बाथम भरी महफिल में हुई इस बेइज्जती से नाराज थे. इसीलिए उन्होंने अरुण की हत्या की साजिश रची. उन लोगों ने इस काम के लिए 9 लोगों को शामिल किया. इसके बाद 12 जनवरी को हत्या की डेट फाइनल कर दी. 12 जनवरी को अखाड़ा डडियापुरा के रहने वाले नंदराम के घर पर पार्टी रखी गई. शाम को अरुण ठेला बंद करके घर लौटा. तब दोस्त रितिक ने उसे फोन कर पार्टी में बुलाया, पार्टी हुई. इसके बाद आरोपियों ने अरुण के ऊपर कंबल डालकर डंडों से पीटा. फिर तकिया से उसका मुंह दबा दिया. इससे अरुण की मौत हो गई. फिर कार में शव को डालकर उनाव ले आए. वहां पहुंच नदी में शव कोडालकर फरार हो गए.
प्रेमिका का दिव्यांग भाई हत्या का मास्टरमाइंड : झांसी एसएसपी राजेश एस ने कहा, "हत्याकांड का मास्टरमाइंड लड़की का दिव्यांग भाई अंकित है. अंकित, नंदराम, उसकी पत्नी मीना वंशकार, विशाल वंशकार, रितिक वंशकार, विकास ठाकुर और चंद्रपाल अहिरवार को गिरफ्तार किया गया है. अंकित का भाई नितिन और राहुल भगत फरार हैं. दोनों की तलाश की जा रही है. आरोपियों से पूछताछ जारी है.