दमोह। अपनी मां की यादों को हमेशा ताजा बनाए रखने के लिए विदेश में रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने मां की श्रद्धांजलि सभा के दौरान पौधों का वितरण किया. विदेश में रहने वाले इस व्यक्ति के मन में आया कि उसकी मां की यादों को रिश्तेदार, संबंधी और पहचान वाले हमेशा जीवंत रख सकें. इसलिए उन्होंने श्रद्धांजलि सभा में आने वाले सभी लोगों को उपहार के रूप में पौधों का वितरण कर नई परंपरा की शुरुआत की है.
इंग्लैंड डरबन में रहने वाले मनीष कुमार की मां का देहांत हो जाने के बाद जब वे भारत पहुंचे तो उनको लगा कि जिस मां ने उन्हें पढ़ा-लिखाकर इस मुकाम तक पहुंचाया है. उनकी यादों को ताजा रखने और उनके अंश को हर घर में स्थापित करने के लिए पौधों को रोपण करना अच्छी मुहिम बन सकता है. ऐसे में उन्होंने मां की श्रद्धांजलि सभा के दौरान पौधों का वितरण करके जहां नई परंपरा की शुरुआत की है. वहीं अपनी मां की यादों को भारत में रहने वाले रिश्तेदार के घर पहुंचाने के साथ स्वयं भी पौधे लगाने का संकल्प लिया है.
मनीष कुमार की इस पहल का संदेश भारत में रहने वाले लोग भी ले सकते है, क्योंकि भारत में जिस तरह से प्रदूषण फैल रहा है और लोगों को आगामी दिनों में परेशानी उठानी पड़ेगी. ऐसे में अपनों की याद में भले सही लेकिन पौधे लगाए जाने की परंपरा की शुरुआत सराहनीय कदम जरुर कहा जा सकता है.