दमोह। गणेश उत्सव के अवसर पर जिला न्यायालय परिसर में भगवान श्री गणेश की अनोखी झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. ये इसलिए भी खास है क्योंकि न्यायालय में आने वाले पक्षकारों के लिए ये प्रतिमा आकर्षण, आस्था और विश्वास को बढ़ाने का कार्य कर रही है.
न्यायालय परिसर में लगी भगवान गणेश की अनोखी झांकी, लोगों के लिए बनी आकर्षण का केंद्र
जिले में भगवान श्री गणेश की अनोखी झांकी निकाली गई. ये प्रतिमा आकर्षण, आस्था और विश्वास को बढ़ाने का कार्य कर रही है.
भगवान गणेश की अनोखी झांकी
दमोह। गणेश उत्सव के अवसर पर जिला न्यायालय परिसर में भगवान श्री गणेश की अनोखी झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. ये इसलिए भी खास है क्योंकि न्यायालय में आने वाले पक्षकारों के लिए ये प्रतिमा आकर्षण, आस्था और विश्वास को बढ़ाने का कार्य कर रही है.
Intro:जगत न्यायाधिपति के रूप में विराजमान है भगवान श्री गणेश
दमोह के जिला न्यायालय में सजाई गई है भगवान श्री गणेश की अनोखी झांकी
दमोह. जिला न्यायालय परिसर में गणेश उत्सव पर्व के दौरान भगवान श्री गणेश की अनोखी झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. यह झांकी यहां पर आने वाले लोगों में न्याय के प्रति आस्था को बढ़ाने का काम भी कर रही है. आयोजन समिति के लोगों का मानना है कि न्यायालय परिसर में आने वाले पक्षकारों के लिए भगवान श्री गणेश न्याय के देवता के रूप में दर्शन देकर उनकी मन्नत भी पूरी कर रहे हैं.
Body:दमोह जिला न्यायालय परिसर में बुद्धि के देवता भगवान श्री गणेश की न्यायाधिपति के रूप में प्रतिमा स्थापित की गई है. यह प्रतिमा इसलिए भी खास है क्योंकि न्यायालय में आने वाले पक्षकारों के लिए यह प्रतिमा आकर्षण आस्था और विश्वास के प्रतीक भी बन गई है. न्यायालय परिसर में हर दिन ही सैकड़ों लोगों का न्याय की आशा में आगमन होता है. ऐसे में न्याय के देवता के रूप में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा गणेश उत्सव पर पर स्थापित किए जाने से पक्षकारों की आस्था भगवान श्री गणेश में बन रही है. आयोजन समिति के लोगों का कहना है कि न्याय का बुद्धि से सीधा संबंध है. ऐसे में भगवान श्री गणेश बुद्धि के देवता हैं और वे न्यायाधिपति भी हैं. इसलिए वे यहां आने वाले लोगों की बुद्धि की क्षमता को बढ़ाने के साथ न्याय के प्रति आस्था जागृत करने की प्रेरणा भी देते हैं.
बाइट - राजीव सिंह अधिवक्ता दमोह
बाइट - मुकेश पांडे अधिवक्ता दमोह
Conclusion:जिला न्यायालय परिसर में भगवान की प्रतिमा स्थापित करने वाले अधिवक्ताओं का मानना है कि पूरे देश में न्यायाधिपति के रूप में भगवान श्री गणेश की स्थापना दमोह में ही की गई है. पूर्व के वर्षों में भी भगवान की प्रतिमा की स्थापना की जा चुकी है, और विशेष रूप से गणेश उत्सव पर्व में आस्था के सैलाब के बीच लोग भगवान गणेश की प्रति अपनी न्याय आस्था को प्रकट भी करते हैं.
आशीष कुमार जैन
ईटीवी भारत दमोह
दमोह के जिला न्यायालय में सजाई गई है भगवान श्री गणेश की अनोखी झांकी
दमोह. जिला न्यायालय परिसर में गणेश उत्सव पर्व के दौरान भगवान श्री गणेश की अनोखी झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. यह झांकी यहां पर आने वाले लोगों में न्याय के प्रति आस्था को बढ़ाने का काम भी कर रही है. आयोजन समिति के लोगों का मानना है कि न्यायालय परिसर में आने वाले पक्षकारों के लिए भगवान श्री गणेश न्याय के देवता के रूप में दर्शन देकर उनकी मन्नत भी पूरी कर रहे हैं.
Body:दमोह जिला न्यायालय परिसर में बुद्धि के देवता भगवान श्री गणेश की न्यायाधिपति के रूप में प्रतिमा स्थापित की गई है. यह प्रतिमा इसलिए भी खास है क्योंकि न्यायालय में आने वाले पक्षकारों के लिए यह प्रतिमा आकर्षण आस्था और विश्वास के प्रतीक भी बन गई है. न्यायालय परिसर में हर दिन ही सैकड़ों लोगों का न्याय की आशा में आगमन होता है. ऐसे में न्याय के देवता के रूप में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा गणेश उत्सव पर पर स्थापित किए जाने से पक्षकारों की आस्था भगवान श्री गणेश में बन रही है. आयोजन समिति के लोगों का कहना है कि न्याय का बुद्धि से सीधा संबंध है. ऐसे में भगवान श्री गणेश बुद्धि के देवता हैं और वे न्यायाधिपति भी हैं. इसलिए वे यहां आने वाले लोगों की बुद्धि की क्षमता को बढ़ाने के साथ न्याय के प्रति आस्था जागृत करने की प्रेरणा भी देते हैं.
बाइट - राजीव सिंह अधिवक्ता दमोह
बाइट - मुकेश पांडे अधिवक्ता दमोह
Conclusion:जिला न्यायालय परिसर में भगवान की प्रतिमा स्थापित करने वाले अधिवक्ताओं का मानना है कि पूरे देश में न्यायाधिपति के रूप में भगवान श्री गणेश की स्थापना दमोह में ही की गई है. पूर्व के वर्षों में भी भगवान की प्रतिमा की स्थापना की जा चुकी है, और विशेष रूप से गणेश उत्सव पर्व में आस्था के सैलाब के बीच लोग भगवान गणेश की प्रति अपनी न्याय आस्था को प्रकट भी करते हैं.
आशीष कुमार जैन
ईटीवी भारत दमोह