दमोह। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लोगों को जागरुक करने के लिए जन संपर्क किया. इसी क्रम में वे सिंधी समाज के बीच पहुंचे. जहां सिंधी समाज ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया. केंद्रीय मंत्री ने CAA के बारे में विस्तार से चर्चा की. इस दौरान प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया भी मौजूद रहे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस CAA को लेकर देश में भ्रम फैला रही है. ये कानून नागरिकता देने का कानून है, नागरिकता छीनने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग योजनाबद्ध तरीके से इस कानून का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा ये विरोध केवल सीएए को लेकर नहीं है. चूंकि अगर इस कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन था, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आश्वासन के बाद विरोध थम जाना चाहिए था.
केंद्रीय मंत्री ने कहा ये कानून आज नहीं लाया गया. इस संबंध में सरकार 2016 में बिल लाई थी. तब संसद में मांग उठी कि बिल को रिव्यू कमेटी में भेजा जाना चाहिए. सरकार ने ये मांग मानी और इसे रिव्यू कमेटी में भेज दिया. करीब ढाई साल तक ये बिल संसद में अटका रहा. उस समय राज्य सभा में बहुमत न होने से पारित नहीं हो पाया. फिर लोकसभा चुनाव हुए, नई संसद गठित हुई और पुराना बिल लैप्स हो गया. केंद्र सरकार ने अपने वादे को निभाते हुए इस फिर लाया और दोनों सदनों से पारित कराया और राष्ट्रपति से मुहर लगने के बाद अब ये कानून बन गया है.
बता दें केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद लगातार ही बीजेपी नेता जनता के बीच जाकर नागरिकता संशोधन कानून की बारीकियों पर चर्चा कर रहे हैं और जनता को जागरुक करने का काम कर रहे हैं.