दमोह। दमोह लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी ने बुंदेली गायक जित्तू खरे को मैदान में उतारा है. महागठबंधन बसपा द्वारा दमोह संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित होने के बाद जित्तू खरे ने कहा कि क्षेत्र में अब जातिवादी की राजनीति नहीं चलेगी. बुंदेलखंड की पहचान अब जातिवादी से नहीं होगी.
जित्तू खरे ने कहा कि क्षेत्र में बहुत से काम होना है. गांव में अब भी कई समस्याएं हैं, जिन पर वर्तमान सांसद प्रहलाद पटेल ने ध्यान ही नहीं दिया. बुंदेली लोक गीतों के गायक के रुप में जित्तू खरे की खासी पहचान है. उनके समर्थक और बसपा का वोट बैंक कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है.
बहुजन समाज पार्टी की ओर से क्षेत्र के जाने-माने लोकगीत गायक जित्तू खरे को प्रत्याशी बनाये जाने के बाद दमोह की सिसायी फिजा रोचक हो चुकी है. ऐसे में दमोह संसदीय क्षेत्र पर अब मुकाबला त्रिकोणीय होता नजर आने लगा है. जहां पहले भाजपा एवं कांग्रेस के बीच ही मुकाबला माना जा रहा था, वहीं अब बीजेपी द्वारा मजबूत प्रत्याशी को मैदान में उतारे जाने के बाद दमोह सीट के सियासी समीकरण बदले नजर आ रहे हैं.