दमोह। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के निर्देश पर 16 दिसंबर को विजय दिवस के अवसर पर जिले में दिनभर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है. इसी कड़ी में आज सुबह विजय दिवस दौड़ का आयोजन किया गया. जिसमें पुलिस अधीक्षक समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों ने उपस्थित होकर इस दौड़ को हरी झंडी दिखाई. साथ ही बच्चों को विजय दिवस के संकल्प के बारे में बताया गया.
16 दिसंबर सन् 1971 को भारत-पाकिस्तान की लड़ाई में भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी. जिसमें 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण भी किया था. इसी ऐतिहासिक दिन की याद में मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाए जाने हेतु निर्देश दिया था. जिसके तहत आज दिनभर के लिए कार्यक्रमों के आयोजन की रूपरेखा तैयार की गई है. जिसमें सुबह से पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह के साथ कई प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में विजय दौड़ का आयोजन जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने से किया गया. जिसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. वहीं इसका समापन कीर्ति स्तंभ पर किया गया. इस दौरान बच्चों को 16 दिसंबर 1971 के महत्व के बारे में भी बताया गया.
भारत के इतिहास में 16 दिसंबर का बड़ा महत्व है. सन् 1971 में इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान पर पाई गई विजय को ऐतिहासिक दिन माना जाता है. क्योंकि पाकिस्तान पर जीत के बाद बांग्लादेश का जन्म हुआ था.