दमोह। विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया जारी है. कहीं मतदाता परेशान है, तो कहीं नए मतदाताओं में उत्साह है. इस बार कोरोना महामारी के कारण मतदान की प्रक्रिया में अहम परिवर्तन किया गया है, जिसका असर वोटिंग पर देखने को मिल रहा है. दमोह उपचुनाव के लिए मतदान चल रहा है. सुबह 9 बजे तक 8 प्रतिशत से अधिक मतदान हो चुका था. कहीं गति धीमी तो कहीं तेज बनी हुई है. नवरात्रि होने के कारण भी मतदान की प्रक्रिया पर असर पड़ा है.
दरअसल, धार्मिक पर्व होने के कारण अधिकांश लोग या तो मतदान करने पहुंचे ही नहीं या फिर कोरोना के डर से घरों में ही रह गए. इन सब के बीच जो मतदाता मतदान केंद्रों में पहुंचे, उनकी भी अपनी अलग समस्याएं है.
पता नहीं कहा है पोलिंग
मनगंज वार्ड के मतदान केंद्र क्रमांक-139 में वोट डालने पहुंचे मतदाता राज कुमार असाटी कहते हैं कि वह 20 मिनट से इधर-उधर हो रहे हैं. जिस केंद्र में जाओं, वहीं कहा जाता है कि आपका नाम इस केंद्र में नहीं दूसरे केंद्र में है. वह कहते हैं कि पिछले 20 साल से वोट डालने पर एक ही केंद्र में आ रहे हैं, लेकिन पता नहीं इस बार ऐसा क्या हुआ कि मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई है.
दमोह उपचुनाव: पोलिंग बूथ पर उंगली की जगह ग्लव्स पर लगाई स्याही
सभी मतदान करें
सिविल वार्ड क्रमांक-08 के मतदान केंद्र अग्रवाल स्कूल में पहली बार मतदान करने पहुंची कुमारी नम्रता कहती है कि उन्हें पहली बार मतदान करके अच्छा लग रहा है. सभी को मतदान करना चाहिए. अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिए. नम्रता ने कहा कि मुद्दे तो बहुत हैं. इसलिए लोगों को सोच-समझकर ही वोट देना चाहिए.
और यहां कर्मचारी परेशान
मतदाताओं की तरह ही ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों की भी अपनी समस्याएं हैं. पीजी कॉलेज में बनाए गए मतदान केंद्र के बाहर पुलिसकर्मी धूप में खड़े हुए हैं. वह कहते हैं कि कल रात से ही यहां पर ड्यूटी कर रहे है, लेकिन बैठने के लिए कुर्सी तक की व्यवस्था नहीं है. देर शाम तक उन्हें इसी तरह ड्यूटी करना पड़ेगा. हैरानी की बात यह है कि सभी जगह सेक्टर मजिस्ट्रेट और जोनल अधिकारी घूम रहे हैं, लेकिन उन्हें अपने ही कर्मचारियों की पीड़ा दिखाई नहीं दे रही है.