दमोह। प्रदेश सरकार मजूदरों की घर वापसी को लेकर दावे कर रही हो, लेकिन जमीनी स्तर पर तमाम दावे धूल फांकते नजर आ रहे हैं. रविवार मुबंई से 18 मजदूर 65 हजार रुपए किराया देकर बस से पथरिया पहुंचे. मजदूरों ने बताया कि, मुंबई से उन्हें घर पहुंचने के लिए सरकार की तरफ से कोई मदद मिलती नहीं दिख रही थी लिहाजा उन्होंने पैसे जुटाकर किराए पर बस की और घर की तरफ रवाना हो गए. इस बस का किराया करीब 65 हजार रुपए था. मजदूरों ने बताया कि, इस खर्च के अलावा उन्होंने रास्ते में पड़ने वाले सभी टोल का टैक्स भी दिया.
जैसे ही बस के पहुंचने की जानकारी स्थानीय प्रशासन को लगी, सरकारी अमला मौके पर पहुंचा और एहतियातन सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया.
कुछ दिनों पहले ही सागर जिले में पाए गए कोरोना पॉजिटिव मरीज से जानकारी मिली थी, कि वो जिन लोगों के साथ आया था उनमें से 2 पथरिया लौटे हैं. इन दोनों संदिग्धों की जांच की गई. हालांकि दोनों को उनके गांव भेज दिया गया है और होम क्वारंटाइन रहने की हिदायत दी गई है. आपको बता दें कि दमोह जिला ग्रीन जोन में है. यहां कोरोना का एक भी मामला अभी तक सामने नहीं आया है.