दमोह। पथरिया में अवैध कब्जा धारियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. क्षेत्र के बाहरी इलाकों पर भी कई एकड़ जमीन पर कई लोगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है. जिसके बाद भी शासन और प्रशासन हाथ पर हाथ रखे हुए है या फिर यू कहे कि प्रशासन की मिलीभगत से ऐसे मामलों को अंजाम दिया जा रहा है. ऐसा ही मामला सामने आया है नगर के बीचों बीच बने पशु चिकित्सालय का जहां अस्पताल प्रबंधक की शिकायत के अनुसार सत्यपाल जैन द्वारा 0.65 हेक्टेयर जमीन कब्जा कर लिया गया.
दरअसल मामला यह है कि पशु चिकित्सालय में बाउंड्रीवाल हेतु पत्थर की दीवार उठायी गयी थी जिसे कब्जाधारी द्वारा अपने दायरे ले लिया गया, ताकि वो अपनी कॉलोनी बना सके. जिसकी शिकायत डॉ खान व पदस्थ डाक्टरों द्वारा सभी शासकीय दफ्तरों में एसडीएम और तहसीलदार से की गई, लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं गया या फिर यूं कहें कि अधिकारी ही कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं. क्योंकि शिकायतें अब से नहीं बल्कि वर्ष 2013 से लगातार की जा रही हैं, लेकिन आज दिनांक तक शासन प्रशासन द्वारा उक्त शिकायतों पर कोई भी कार्रवाई कर अवैध कब्जा हटाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए.
पशु चिकित्सालय की शासकीय भूमि पर कब्जा
जिस जमीन पर कब्जा किया गया है, वो पशु चिकित्सालय की शासकीय भूमि हैं. पशु चिकित्सालय में हुए इस अवैध कब्जे में प्रशासन की मिलीभगत साफ देखी जा सकती है.एक ओर जहां प्रसाशन की अनदेखी ओर मिलीभगत से अवैध कब्जा कर लिया गया, तो वहीं दूसरी ओर लोगों ने नाले की जमीन तक को नही छोड़ा, उस पर भी लोगों ने भवन बनवा लिए हैं लेकिन प्रशासन कुछ कर नहीं पा रहा है.
सभी आला अधिकारियों से बात करने पर उन्होंने यही कह के बात टाल दी कि जांच कराई जाएगी. अब बात यह है कि जिसकी शिकायते 10 साल पहले से हो रही है उस मामले की जानकारी अधिकारियों को आज तक नहीं है. गौरतलब है इसके अलावा वर्षो पुराने रास्ते की भूमि जो रास्ता छोड़ा गया था, उस पर भी इन का कब्जा है. जिसकी कीमत करोड़ों रुपए की है.