दमोह। दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में हुई रिंकू शर्मा की हत्या के विरोध में हिंदू संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी के तहत दमोह में भी आज विभिन्न हिंदू संगठनों ने जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है.
दरअसल बीते 10 फरवरी को दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में राम जन्मभूमि के लिए चंदा एकत्र करने वाले कार्यकर्ता रिंकू शर्मा की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद से ही हिंदू संगठनों में आक्रोश बढ़ गया है. विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आज एसडीएम गगन विसेन को ज्ञापन सौंपा और नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया.
ज्ञापन में कहा गया है कि रिंकू शर्मा द्वारा राम जन्म भूमि के लिए चंदा एकत्र किया जा रहा था, जिसको लेकर मुस्लिम धर्म के दर्जन भर लोगों ने उसे कई बार धमकाया एवं राम जन्म भूमि संबंधित कोई भी कार्यक्रम न करने की चेतावनी दी थी.
"यह सुनियोजित साजिश है"
इस मामले में हिंदू संगठनों ने ज्ञापन में कहा है कि किसी हिंदूवादी कार्यकर्ता की हत्या का यह पहला मामला नहीं है. इसके पूर्व भी हरियाणा में निकिता तोमर, कासगंज में चंदन गुप्ता, कमलेश तिवारी, राजेश जाट, ट्विंकल शर्मा, आगरा में अरुण माहोर, पालघर में 2 साधू, तमिलनाडु में केवी लिंगन, हैदराबाद में डॉक्टर प्रियंका रेड्डी, पंजाब में विधु जैन, कर्नाटक में प्रशांत तिवारी और पश्चिम बंगाल में बंधु गोपाल की पूरे परिवार सहित निर्ममता से हत्या कर दी गई. ऐसा प्रतीत होता है कि हिंदू संगठन से जुड़े लोगों की हत्याएं सुनियोजित तरीके से की जा रही हैं.
"क्या है मांग"
ज्ञापन में हिंदू संगठनों ने रिंकू शर्मा के हत्यारों को फांसी एवं अन्य आरोपियों पर रासुका की कार्रवाई करने की मांग की गई है. इसके अलावा फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई एवं एक विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति, रिंकू शर्मा के एक परिजन को नौकरी एवं आर्थिक मदद देने की भी मांग की गई है.
साथ ही जिन जमीनों पर अवैध रूप से समुदाय विशेष द्वारा कब्जा किया गया है उसे मुक्त कराया जाए. साथ ही मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में रह रहे हिंदुओं को अधिक से अधिक शस्त्र लाइसेंस प्रदान किए जाएं.