दमोह। ओले और पाला की मार के बाद किसानों की हालत खराब हो रही है. पिछले एक महीने से खराब मौसम के बाद किसानों के खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं. ऐसे में किसान कुछ भी करने के लिए आमादा हैं. कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब किसान अपने साथ बर्बाद फसल को लेकर पहुंचे और अधिकारियों के सामने ही रख दिया.
किसानों ने अधिकारियों से कहा कि, सरकार को किसान के खेतों तक अपने मुलाजिम भेजने का वक्त नहीं है, तो अधिकारी खुद ही यहां बर्बाद फसलों का मुआयना कर लें. बीते दिनों हुई ओलावृष्टि के बाद चना मसूर मटर के साथ सब्जियों की फसलों में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. अधिकांश खेतों में फसलें खराब होने की स्थिति में आ गई हैं.
अब तक नहीं हुआ सर्वे
सरकार के दावों के बाद भी जिला प्रशासन ने अब तक इन बर्बाद फसलों के सर्वे का काम शुरू नहीं किया है. किसान के सामने दो जून की रोटी का संकट मंडरा रहा है. जब कोई उनकी हालत देखने को नहीं आया तो किसानों की चिंता और बढ़ गई और उन्हें ये कदम उठाना पड़ा.
अधिकारियों ने दिया आश्वासन
कलेक्टर दफ्तर के सामने रखी गई फसलों को देखकर लोगों को भी आश्चर्य हुआ. इसके बाद अधिकारियों ने इस मामले को संज्ञान में लेकर किसानों से बात की. इस मामले में जिम्मेदार कह रहे हैं कि, किसानों की स्थिति देखी है और पटवारियों को निर्दशित किया है कि वो कल से ही पूरा सर्वे कर रिपोर्ट दें, ताकि किसानों को मदद की जा सके.