दमोह। हटा थाना के अंतर्गत आने वाले पांजी गांव में रहने वाले एक किसान ने मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या कर ली. जिसे इलाज के लिए हटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. पर डॉक्टरों ने उसको दमोह रेफर कर दिया. जहां पर इलाज के दौरान किसान की दर्दनाक मौत हो गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया हैं वहीं पुलिस अब मामले की जांच की बात कह रही हैं
दबंगों के आतंक से परेशान किसान ने की खुदकुशी, आग लगाकर दी जान - दमोह रेफर
दबंगों की गुंडागर्दी से परेशान किसान ने खुद को आग लगाकर खुदकुशी कर ली. पिछले काफी वक्त से गांव के ही कुछ दबंग उन्हें धमकियां दे रहे थे, साथ ही जमीन बेचने का mदबाव बना रहे थे.
किसान ने की खुदकुशी,
दमोह। हटा थाना के अंतर्गत आने वाले पांजी गांव में रहने वाले एक किसान ने मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या कर ली. जिसे इलाज के लिए हटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. पर डॉक्टरों ने उसको दमोह रेफर कर दिया. जहां पर इलाज के दौरान किसान की दर्दनाक मौत हो गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया हैं वहीं पुलिस अब मामले की जांच की बात कह रही हैं
Intro:गांव के दबंग लोगों से परेशान किसान ने आग लगाकर कर ली आत्महत्या
बुजुर्ग किसान की जमीन पर दबंग कर रहे थे कब्जा जमीन बेचने की दे रहे थे धमकी
परेशान किसान ने उठाया आत्मघाती कदम
दमोह. जिले में आज भी किसान दबंगों की ज्यादती से परेशान है. परेशान किसान ऐसे हालात में आत्मघाती कदम उठाने से पीछे नहीं हट रहा. पहले भी इस तरह के मामले सामने आने के बाद पुलिस जांच की बात कहकर मामले को टाल रही है. वहीं एक बार फिर एक किसान द्वारा दबंगों से परेशान होकर स्वयं को आग लगाकर आत्महत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद हड़कंप के हालात बने हुए है.
Body:जिले के हटा थाना अंतर्गत आने वाले पाजी गांव में रहने वाले बिरजू पटेल नामक किसान ने उस समय स्वयं पर मिट्टी तेल डालकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली जब घर के सभी लोग सो रहे थे. दरअसल किसान बिरजू पटेल अपनी जमीन पर गांव के ही दबंग मुकेश पटेल एवं दिनेश पटेल की धमकियों से परेशान था. यह दबंग मृतक किसान पर जमीन बेचने का दबाव बना रहे थे. साथ ही औने पौने दाम पर उनके नाम जमीन करने की धमकी भी दे रहे थे. दबंग कई सालों से उसकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा भी जमाए थे. ऐसे में परेशान किसान को जब कोई रास्ता नहीं सूझा तो उसने आत्मघाती कदम उठा लिया. उसने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या कर ली. बुजुर्ग किसान के चिल्लाने पर उसके बेटों ने किसान को बचाया और उसे हटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए. वहां से डॉक्टरों ने किसान को दमोह रेफर कर दिया. जहां पर इलाज के दौरान किसान की दर्दनाक मौत हो गई. किसान की मौत के बाद किसान के दोनों बेटों ने दबंगों पर अपने पिता की मौत के लिए जिम्मेदार बताया. तो वहीं पुलिस इस मामले पर जांच के बाद ही कुछ कहने की बात कर रही है. लेकिन साफ है कि दबंगों की दबंगई से परेशान होकर किसान ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
बाइट - चीनू पटेल किसान का बेटा
बाइट -विनोद कारोलिया जांच अधिकारी दमोह
Conclusion:दमोह जिले में पूर्व में ही भी किसानों द्वारा कर्ज से परेशान होकर सूदखोरों से परेशान होकर एवं दबंगों से परेशान होकर आत्मघाती कदम उठाए जाने के मामले सामने आते रहे हैं. वहीं लंबे समय बाद एक बार फिर इस किसान द्वारा दबंगों की दबंगई से परेशान होकर स्वयं अपने जीवन को समाप्त कर देने का मामला सामने आने के बाद सनसनी पूर्ण माहौल के बीच पुलिस मामले की जांच के बाद ही खुलासे की बात कर रही है वहीं परिजन दबंगों पर सीधे तौर पर आरोप लगा रहे है.
आशीष कुमार जैन
ईटीवी भारत दमोह
बुजुर्ग किसान की जमीन पर दबंग कर रहे थे कब्जा जमीन बेचने की दे रहे थे धमकी
परेशान किसान ने उठाया आत्मघाती कदम
दमोह. जिले में आज भी किसान दबंगों की ज्यादती से परेशान है. परेशान किसान ऐसे हालात में आत्मघाती कदम उठाने से पीछे नहीं हट रहा. पहले भी इस तरह के मामले सामने आने के बाद पुलिस जांच की बात कहकर मामले को टाल रही है. वहीं एक बार फिर एक किसान द्वारा दबंगों से परेशान होकर स्वयं को आग लगाकर आत्महत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद हड़कंप के हालात बने हुए है.
Body:जिले के हटा थाना अंतर्गत आने वाले पाजी गांव में रहने वाले बिरजू पटेल नामक किसान ने उस समय स्वयं पर मिट्टी तेल डालकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली जब घर के सभी लोग सो रहे थे. दरअसल किसान बिरजू पटेल अपनी जमीन पर गांव के ही दबंग मुकेश पटेल एवं दिनेश पटेल की धमकियों से परेशान था. यह दबंग मृतक किसान पर जमीन बेचने का दबाव बना रहे थे. साथ ही औने पौने दाम पर उनके नाम जमीन करने की धमकी भी दे रहे थे. दबंग कई सालों से उसकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा भी जमाए थे. ऐसे में परेशान किसान को जब कोई रास्ता नहीं सूझा तो उसने आत्मघाती कदम उठा लिया. उसने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या कर ली. बुजुर्ग किसान के चिल्लाने पर उसके बेटों ने किसान को बचाया और उसे हटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए. वहां से डॉक्टरों ने किसान को दमोह रेफर कर दिया. जहां पर इलाज के दौरान किसान की दर्दनाक मौत हो गई. किसान की मौत के बाद किसान के दोनों बेटों ने दबंगों पर अपने पिता की मौत के लिए जिम्मेदार बताया. तो वहीं पुलिस इस मामले पर जांच के बाद ही कुछ कहने की बात कर रही है. लेकिन साफ है कि दबंगों की दबंगई से परेशान होकर किसान ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
बाइट - चीनू पटेल किसान का बेटा
बाइट -विनोद कारोलिया जांच अधिकारी दमोह
Conclusion:दमोह जिले में पूर्व में ही भी किसानों द्वारा कर्ज से परेशान होकर सूदखोरों से परेशान होकर एवं दबंगों से परेशान होकर आत्मघाती कदम उठाए जाने के मामले सामने आते रहे हैं. वहीं लंबे समय बाद एक बार फिर इस किसान द्वारा दबंगों की दबंगई से परेशान होकर स्वयं अपने जीवन को समाप्त कर देने का मामला सामने आने के बाद सनसनी पूर्ण माहौल के बीच पुलिस मामले की जांच के बाद ही खुलासे की बात कर रही है वहीं परिजन दबंगों पर सीधे तौर पर आरोप लगा रहे है.
आशीष कुमार जैन
ईटीवी भारत दमोह