दमोह। नोहटा थाना के गांव खमारिया (विजोरा) में बुधवार की रात को 32 साल युवक महेंद्र पिता लाखन सिंह लोधी निवासी खमारिया ने सूने घर के बेडरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या का मामला सामने आया है. मामले की सूचना नोहटा पुलिस को गुरवार को परिजनों ने दी, जिसके बाद नोहटा पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से उतारा और पंचनामे की कार्रवाई के बाद शुक्रवार सुबह 10 बजे पोस्टमार्टम के लिए जबेरा सीएचसी के शव ग्रह भेज दिया. वहीं स्वीपर की अनुपस्थिति के कारण शाम 4 बजे के बाद पीएम हो पाया.
मृतक बुधवार को रात लहुलुहान अवस्था में लौटा घर
दरअसल मृतक महेंद्र की पत्नी मायके गई हुई थी, महेंद्र अपने घर पर अकेला था. वहीं जब इस मामले में लोगों से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि, महेंद्र किसी ढाबे पर अपने साथियों के साथ पार्टी कर रहा था. और लहुलुहान होके घर लौटा था जिसकी सूचना मृतक के चाचा इमरत को फोन पर किसी व्यक्ति ने दी थी. बावजूद इसके हैरानी की बात यह है कि, भतीजे के लहूलुहान हालत में घर पर लौटने की फोन आने के वाद भी बुधवार की रात में चाचा ने महेंद्र की इस हालत पर कोई ध्यान नहीं दिया और गुरुवार को पूरे दिन तक महेंद्र की किसी ने कोई सूचना नही ली.
जब गुरुवार की शाम शव से बदबू आई तो आस पड़ोस में हलचल मची. हुई तो परिजनों ने महेंद्र के घर आकर देखा तो पता चला कि, घर के बेडरूम के दरवाजे खुले पड़े है और पंखे से महेंद्र फांसी के फंदे पर लटका हुआ था और एक हाथ फंदे को पकड़े हुआ था.
मृतक के साडू भाई धुर्वसिंह ने बताया कि मृतक के सिर में भारी जख्म होने के साथ-साथ हाथ पैर सहित पूरे शरीर पर चोटों के निशान थे. वहीं पैर जमीन पर रखे हुए जख्मो से खून बहता हुआ दिखाई दे रहा था. जिससे फांसी लगाकर आत्महत्या करने जैसा मामला तो प्रतीत नही होता, बल्की मारपीट करके फांसी पर लटकाने का संदेह बना हुआ है.
पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है, आखिर यह मामला हत्या का है या आत्महत्या का इसपर संदेह बना हुआ है. पुलिस पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतेजार कर रही है जिसके बाद कुछ मामला सामने आएगा. नोहटा थाना प्रभारी एसएस राजपूत का कहना है कि खमारिया निवासी महेंद्र पिता लाखन सिंह का फांसी के फंदे पर लटकता हुआ मिला था. शव प्रथम दृष्टि आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है मामला को विवेचना में लेते हुए पहलू की गंभीरता से जांच की जा रही है.