दमोह। नगर पालिका में कार्यरत आउटसोर्स के सफाई कर्मचारियों पर आर्थिक मार पड़ रही है. पिछले 5 माह से उन्हें वेतन नहीं मिला है. लगभग हर महीने कर्मचारियों को 11 से 12 लाख रुपए वेतन बांटा जाता है. लेकिन इन्हें एक पैसा भी नहीं दिया जा रहा है. अब कर्मचारी काम बंद करने का मन बना रहे हैं. दमोह नगर पालिका में हर साल आउटसोर्स सफाई कर्मचारी रखने के लिए टेंडर आमंत्रित किए जाते हैं. पिछले वर्ष आमंत्रित किए गए टेंडर में तुलसियाना और एक्स सर्विस कंपनी को ठेका मिला था.(Damoh Municipality outsource workers)
विगत अप्रैल से नहीं मिला वेतन: दोनों ही कंपनियों ने यह काम स्वयं ना करके पेटी पर दिनेश शर्मा एवं गुड्डू शर्मा को दे दिया. सवा सौ कर्मचारियों की आउटसोर्स पर नियुक्ति की गई. 60 महिलाएं एवं 65 पुरुष रखे गए हैं. नगर पालिका के नियम के मुताबिक प्रत्येक कर्मचारियों का पीएफ काट कर उन्हें वेतन का भुगतान किया जाता है, लेकिन कंपनी ने किसी भी आउटसोर्स कर्मचारी का पीएफ नहीं काटा. बगैर पीएफ काटे 5 माह तक भुगतान किया. बात तब बिगड़ी जब अप्रैल माह से कंपनी ने कर्मचारियों को वेतन देना बंद कर दिया. जब कर्मचारियों ने मासिक वेतन मांगा तो उन्हें यह कहा गया कि, अभी वेतन आया नहीं है. जैसे ही वेतन आएगा वितरित कर दिया जाएगा. ऐसा करते हुए कंपनी ने 5 माह व्यतीत कर दिए. इसके बाद भी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला.
नहीं जमा किया गया पीएफ: महिला कर्मचारियों को करीब 8700 रुपए वेतन निर्धारित किया गया है. लेकिन उन्हें हर मात्र 5 हजार रुपए दिए गए. इसी तरह पुरुष कर्मचारियों को करीब 9 से 10 हजार रुपए विभिन्न श्रेणियों में निर्धारित किए गए. इन्हें करीब 8 हजार रुपए ही दिए गए. कंपनी में यह वेतन बगैर पीएफ काटे ही उन्हें वितरित किया है. कर्मचारियों का कहना है कि अब आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. यदि जमा हुआ वेतन भी नहीं मिल रहा है तो ऐसे में घर कैसे चलाना मुश्किल हो जाएगा.
हड़ताल की दी चेतावनी: आउटसोर्स कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सिकंदर खरारे कहते हैं कि, तुलसियाना और एक्स सर्विस कंपनी ने अपना ठेका दिनेश शर्मा और गुड्डू शर्मा को पेटी पर दे दिया था. 5 महीने से वेतन नहीं मिल रहा है. अभी पर्व चल रहा है इसलिए हमने काम बंद नहीं किया, लेकिन हमारी समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो हम काम बंद कर हड़ताल करेंगे.(Damoh Municipality outsource workers)