दमोह। कानून का शिकंजा कसने के बाद गंगा जमुना स्कूल के संचालक अब डर्टी पॉलिटिक्स पर उतर आए हैं. इसके लिए बाकायदा बच्चों का उपयोग किया जा रहा है. गंगा जमुना स्कूल में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चे अपने अभिभावकों के साथ कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे. विभिन्न मांगों को लेकर उन्होंने जिला प्रशासन को अपना ज्ञापन दिया. जिसमें कहा गया है कि गंगा जमुना स्कूल में अच्छी शिक्षा दी जाती है. वहां पर 1208 बच्चे पढ़ते हैं, जो गरीब हैं. इसलिए गंगा जमुना स्कूल की मान्यता बहाल की जाए.
अभिभावकों के साथ बच्चे : ज्ञापन देने पहुंचे बच्चों से जब मीडिया ने चर्चा की तो उन्होंने सधे हुए जवाब इस अंदाज में दिए जैसे उन्हें पहले उसकी तैयारी कराई गई हो. इसके अलावा जब बच्चे कैमरों के सामने अपना पक्ष रख रहे थे, तब पीछे से उनके अभिभावक धीमी आवाज आ रही थी कि आगे क्या कहना है. गौरतलब है कि पिछले दिनों गंगा जमुना स्कूल द्वारा हिंदू बच्चियों को हिजाब में दिखाए जाने का मामला सामने आया था. जो बढ़कर धर्मांतरण और टेरर फंडिंग तक पहुंच गया. जिसके बाद राज्य सरकार के अधीन विभिन्न विभागों ने अपना शिकंजा कसा तथा स्कूल के संचालक मोहम्मद इदरीश खान उनके भाई मुस्ताक खान सहित विभिन्न परिजनों और समिति के सदस्यों पर मामले दर्ज किए थे.
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फरार हैं स्कूल संचालक : मामला दर्ज होने के बाद इदरीश खान का पूरा परिवार फरार है. हाई कोर्ट भी आरोपियों की जमानत निरस्त कर चुका है. स्कूल संचालक प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए बच्चों का इस्तेमाल कर रहा है. बच्चों का कहना है कि स्कूल में नमाज पढ़ाने के आरोप गलत हैं. कोई नमाज नहीं पढ़ाई जाती. दूसरी कौम के बच्चे भी यहां पर आए हैं. आप उनसे पूछ सकते हैं. कुछ लोग बच्चों को भड़का रहे हैं. हमारे स्कूल में ऐसा कुछ भी नहीं होता है. स्कूल का कोई खुफिया रास्ता नहीं था. जब स्कूल खुला भी नहीं था, तब से वह रास्ता है.