दमोह। ऑनलाइन व्यापार और अधिक आर्थिक लाभ कमाने के चक्कर में कभी-कभी व्यापारी भी ठगी (Damoh Fraud case) का शिकार हो जाते हैं. ऐसा ही घटना दमोह के व्यापारियों के साथ घटित हुई है. व्यापारियों ने अब मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है. व्यापारियों ने बताया कि एनसीआर गुरुग्राम में स्थित जीजी जे सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड ने पिछले वर्ष अखबार में एक विज्ञापन निकाला था, जिसमें मॉल की तरह आउटलेट खोलने का विवरण था. जब व्यापारियों ने कंपनी के गुरुग्राम स्थित पते पर जाकर संपर्क किया तो कंपनी के ओनर संजय सिन्हा एवं योगीराज शर्मा तो नहीं मिले लेकिन कंपनी के एक कर्मचारी ने बताया कि आपको 20 लाख रुपए जमा करना होंगे, जिसमें 10 लाख रुपए सुरक्षा निधि के रूप में जमा होंगे. इसके अलावा स्टाफ खर्च, उनका वेतन, विक्रय पर एक निश्चित कमीशन, गोदाम का किराया इत्यादि कंपनी देगी.
व्यापारियों से करवाए 1-1 लाख रुपये जमा: इसके बाद सुपर फ्रेंचाइजी के रूप में दमोह निवासी ओम प्रकाश अग्रवाल ने दिसंबर 2021 एवं जनवरी 2022 को कंपनी के खाते में पांच-पांच लाख रुपए दो बार जमा कराए. इसके अलावा कंपनी ने रिटेल स्टॉकिस्ट बनाने के नाम पर दमोह के करीब 6 से 7 व्यापारियों से भी एक-एक लाख रुपए जमा करवाए. जिसमें उन्होंने कंपनी का सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर तथा ग्लो साइन बोर्ड आदि देने का वादा किया था. लेकिन जब कुछ महीने तक कंपनी की ओर से कोई रिप्लाई नहीं आया तो गुरुग्राम स्थित उनके ऑफिस जाकर उनसे संपर्क कर किया. तब कंपनी के कर्मचारी ने संजय सिन्हा एवं योगीराज शर्मा से फोन पर बात कराई. जिसमें कंपनी के डायरेक्टर ने माल देने का वादा किया फिर भी माल नहीं दिया.
ग्वालियर के व्यापारियों के साथ भी किया फ्रॉड: जब व्यापारियों ने कंपनी से पुनः संपर्क किया और उनसे रुपए वापस मांगे तो कंपनी ने रुपए लौटाने की बात की, लेकिन रुपए नहीं लौटाए. कई बार संपर्क करने पर भी उन्होंने न तो माल दिया और न रुपए लौटाए. कंपनी द्वारा कई राज्यों में व्यापारियों के साथ ठगी की गई. ग्वालियर के व्यापारी संजय मिठास से लाखों रुपए एवं छतरपुर के व्यापारी विकास गुप्ता से भी व्यापार के नाम पर ठगी की गई है. जिसकी FIR ग्वालियर में दर्ज है.
कई जगह ठगी की: ठगी का शिकार हुए नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि ''गुरुग्राम की कंपनी के द्वारा 10 लाख रुपए जमा करा लिए गए, लेकिन कंपनी के द्वारा न माल दिया गया न रुपए लौटाए गए. कंपनी ने दमोह के 6-7 अन्य व्यापारियों से भी एक एक लाख रुपए जमा करवाएं हैं, अन्य जगह भी कंपनी ने इसी तरह का फ्रॉड किया है, जिसकी शिकायत हमने एसपी साहब की है''.
मामले की जांच करेंगे: वही इस मामले में एसपी DR तेनीवार का कहना है कि 'दिल्ली की एक कंपनी ने दमोह के व्यापारियों को आकर लालच दिया कि वह बड़ा मॉल बनाकर देंगे, हम आपको एजेंसी दे देंगे और कुछ पैसे लेंगे. प्रथम दृष्टया तो यह सील मैटर है, मामले की गंभीरता से जांच कराएंगे और उसमें भी कुछ गड़बड़ पाया गया तो कार्रवाई करेंगे'.