दमोह। गंगा जमुना स्कूल का हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के मामले से शुरू हुआ विवाद अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ है की एक और स्कूल विवादों में आ गया है. दरअसल नगर के नूरी नगर क्षेत्र में संचालित स्कूल एक विज्ञापन के कारण विवादों में घिर गया है. यह स्कूल भी मुस्लिम समुदाय द्वारा संचालित है. बताया जाता है कि नूरी नगर में संचालित अलफलाह यूनिक इंग्लिश मीडियम स्कूल ने एक विज्ञापन जारी किया है. यह विज्ञापन विवादित होने के कारण चर्चा में आया है.
विवादों में स्कूल का विज्ञापन: स्कूल के प्राॅस्पेक्टस में चार फोटो लगे हुए हैं. उन सभी फोटो में बच्चियां हिजाब पहने हुई दिख रही हैं. इसके अलावा उसमें लिखा गया है कि इस्लामिक कल्चर से आधुनिक शिक्षा. 2023-24 के लिए प्रवेश की सूचना के साथ प्राॅस्पेक्टस में इसे शासन द्वारा मान्यता प्राप्त भी बताया गया है. इसमें बाकायदा रजिस्ट्रेशन नंबर भी दिया हुआ है. इसके अलावा एक तरफ पीआरटी शिक्षक, दीनी शिक्षक व बच्चों के लिए केयरटेकर के लिए पद निकाले गए हैं. इस तरह स्कूल में के प्राॅस्पेक्टस में और भी कई बातें लिखी हुई है. जिसमें शासन द्वारा आरटीई के तहत 20% बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देने की बात भी कही गई है. इस संबंध में जब स्कूल के संचालक मंडल के बारे में पूछताछ की गई तो वहां मौजूद कर्मचारी ने कुछ भी नहीं बताया. जबकि जो लोग उपलब्ध मिले उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.
स्कूल रजिस्टर्ड नहीं: वहीं इस मामले में नवागत जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा का कहना है की उन्हें सूचना प्राप्त हुई थी अलफ़लाह नाम से एक स्कूल नूरी नगर संचालित है, लेकिन वह स्कूल विभाग के रिकॉर्ड में नहीं है. न तो उसे एमपी बोर्ड द्वारा मान्यता दी गई है और न ही उसका संचालन मदरसे द्वारा होता है. स्कूल के बारे में और जानकारी एकत्र की जा रही है. (Damoh Alfalah School)
विवादों में आया गंगा जमुना स्कूल: बता दें पिछले दिनों दमोह का गंगा जमुना स्कूल एक पोस्टर में हिंदू छात्राओं को हिजाब में दिखाने के बाद से चर्चाओं में आया था. उसके बाद स्कूल से धर्मांतरण की भी खबरें आईं थी. वहीं छात्राओं ने जबरन नमाज कराने और लब पे आती है दुआ प्रार्थना करने का आरोप लगाया था. मामला गर्म होने पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने स्कूल पर कार्रवाई की बात कही थी. जिसके बाद स्कूल को तोड़ने की कार्रवाई करने टीम पहुंची थी.