दमोह| 29 साल से दमोह संसदीय सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है. इस बार कांग्रेस ने इस सीट को जीतने का दावा किया है. कांग्रेस के को-ऑर्डिनेटर राजेंद्र अवाना ने जीत का दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने एक ऐसे प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा है, जो जमीन से जुड़ा है, स्थानीय है, साथ ही कांग्रेस का कर्मठ कार्यकर्ता है.
संसदीय सीट पर को-ऑर्डिनेशन के लिए दमोह आए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के को-ऑर्डिनेटर राजेंद्र अवाना ने पार्टी की जीत का दावा किया है. उनका कहना है कि अपने ही लोगों के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय रूप से प्रत्याशी बनने के कारण उनकी हार हुई है, लेकिन अब सभी को फिर से पार्टी में शामिल कर लिया गया है. ऐसे में जीत कांग्रेस की ही होगी.
कांग्रेस के राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर भले ही दमोह संसदीय सीट से जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन यह साफ है कि कांग्रेस ने एक ऐसे प्रत्याशी को मैदान में उतारा है, जो 2 महीने पहले इसी संसदीय सीट की जबेरा विधानसभा से करीब साढ़े तीन हजार वोटों से चुनाव हारे हैं.