दमोह। कृषि उपज मंडी में शासन के द्वारा दुकानदारों को दुकानों का आवंटन किया गया है. जहां पर संचालित सब्जी मंडी में साल 2015-16 से दुकानदार काबिज है. वहां पर भी व्यापार करते हैं, लेकिन व्यापारी मंडी का किराया नहीं चुका रहे हैं, जिससे यह किराया लाखों में पहुंच गया है. वहीं मंडी प्रशासन द्वारा कई बार कहने के बाद भी कोई किराया चुकाने नहीं आया, जिसके बाद प्रशासन ने तालाबंदी की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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सरकारी दुकानों के लिए जहां दुकानदार मशक्कत करते हैं और वहीं दुकानें मिल जाने के बाद किराए का भुगतान करने से बचते हैं. जिससे उनके ऊपर लाखों का कर्ज हो जाता है.