छिंदवाड़ा। सौंसर क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों में कामगारों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, बुधवार को एक बार फिर औद्योगिक इकाई की जेसीओ कंपनी में एक युवक की पाइप गिरने के चलते मौत हो गई, सूचना बाद बड़ी संख्या में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कामगारों और कांग्रेस नेताओं ने पहुंचकर कंपनी प्रबंधन पर सवाल उठाए. घटना के बाद लोगो ने कंपनी के खिलाफ विरोध करते हुए हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की और मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है.
मृतक के पिता सिद्धार्थ गजभिए ने बताया कि कंपनी में काम करते हुए बच्चे की जान गई है, बीते साल भी एक युवक की मौत हो गई थी, वर्तमान में परिवार का पालन पोषण करने वाला कोई नहीं है, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में राशि को लेकर कंपनी मैनेजर वीरेंद्र सिंह के आनाकानी करने पर तहसीलदार भड़क गए और पीड़ित परिवार को 15 लाख रूपए मुआवजा नहीं देने पर तहसीलदार अजय शुक्ला ने कंपनी प्रबंधन को फटकार भी लगाई, जिसके बाद जेसीओ प्रबंधन पीड़ित परिवार को 15 लाख रूपए देने को तैयार हो गया. कंपनी मृतक के परिजनों को जल्द मुआवजा राशि देने की बात कही है.
जानकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर 12 बजे के लगभग मोहन कंपनी में काम कर रहा था कि उसके सर पर पाइप लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया था, आनन-फानन में उसे सौसर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक मोहन ढोकडोह गांव का रहने वाला था और 21 मई से प्रशिक्षण ले रहा था, जिसे एक जनवरी को कंपनी ने नियमित कर दिया था.