ETV Bharat / state

पीने का पानी नहीं मिलने से फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, ग्राम पंचायत में तालाबंदी कर किया विरोध-प्रदर्शन

मानसून आने के बाद भी पानी का संकट खत्म नहीं हुआ है. ग्रामीणों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है. इसके विरोध में ग्रामीणों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया है.

पीने का पानी नहीं मिलने से फूटा ग्रामीणों का गुस्सा
author img

By

Published : Jul 19, 2019, 1:00 PM IST

छिंदवाड़ा। प्रदेश में मानसून की बारिश जारी है, इसके बावजूद जिले में बारिश नहीं होने के कारण लोगों को पीने तक का पानी नहीं मिल पा रहा है. इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पाला चौरई में पीने का पानी नहीं मिलने से परेशान महिलाओं ने ग्राम पंचायत में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया.

पीने का पानी नहीं मिलने से फूटा ग्रामीणों का गुस्सा

जुन्नारदेव विकासखंड की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत पाला चौरई में लंबे समय से पीने के पानी की समस्या बनी हुई है. जिसके लिए पिछले 2 साल से ग्रामीण लगातार आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है. इससे परेशान ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत भवन में तालाबंदी कर दी है. ग्रामीणों की मांग है कि जब तक पानी की समस्या का निराकरण नहीं होता, तब तक हम ग्राम पंचायत को खुलने नहीं देंगे. मामले की जानकारी मिलने पर जल संसाधन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों को जल्द पानी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.

बता दें कि ग्राम पंचायत पाला चौरई में पानी की समस्या सालों से बनी हुई है. यहां पर 3 नल जल योजनाएं संचालित हैं, लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था और ग्राम पंचायत के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण ग्रामीणों के लिए समस्या का कारण बना हुआ है. क्षेत्र में कोयला खदान होने के कारण वॉटर लेवल बहुत नीचे है. वहीं बोर उत्खनन में भी पानी नहीं मिल पाता है. जिन बोर में पानी मिलता है वह फ्लोराइड युक्त होता है. ऐसे में ग्रामीणों के लिए पीने के पानी की समस्या निरंतर बनी हुई है.

छिंदवाड़ा। प्रदेश में मानसून की बारिश जारी है, इसके बावजूद जिले में बारिश नहीं होने के कारण लोगों को पीने तक का पानी नहीं मिल पा रहा है. इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पाला चौरई में पीने का पानी नहीं मिलने से परेशान महिलाओं ने ग्राम पंचायत में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया.

पीने का पानी नहीं मिलने से फूटा ग्रामीणों का गुस्सा

जुन्नारदेव विकासखंड की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत पाला चौरई में लंबे समय से पीने के पानी की समस्या बनी हुई है. जिसके लिए पिछले 2 साल से ग्रामीण लगातार आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है. इससे परेशान ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत भवन में तालाबंदी कर दी है. ग्रामीणों की मांग है कि जब तक पानी की समस्या का निराकरण नहीं होता, तब तक हम ग्राम पंचायत को खुलने नहीं देंगे. मामले की जानकारी मिलने पर जल संसाधन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों को जल्द पानी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.

बता दें कि ग्राम पंचायत पाला चौरई में पानी की समस्या सालों से बनी हुई है. यहां पर 3 नल जल योजनाएं संचालित हैं, लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था और ग्राम पंचायत के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण ग्रामीणों के लिए समस्या का कारण बना हुआ है. क्षेत्र में कोयला खदान होने के कारण वॉटर लेवल बहुत नीचे है. वहीं बोर उत्खनन में भी पानी नहीं मिल पाता है. जिन बोर में पानी मिलता है वह फ्लोराइड युक्त होता है. ऐसे में ग्रामीणों के लिए पीने के पानी की समस्या निरंतर बनी हुई है.

Intro:मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह छिंदवाड़ा की जुन्नारदेव विधानसभा मुख्यालय पर ग्रामीणों ने पीने के पानी के लिए धरना आंदोलन किया एवं ग्राम पंचायत में तालाबंदी कर अपनी मांगों को लिए दिनभर आंदोलन करते रहेBody:मुख्यमंत्री के गृह जिले छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव विकासखंड की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत पाला चौरई में लंबे समय से पीने के पानी की समस्या बनी हुई है बीते 2 वर्षों से ग्रामीण जन लगातार आंदोलन कर रहे हैं किंतु उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है परेशान ग्रामीणों द्वारा ग्राम पंचायत भवन में तालाबंदी कर दी गई एवं धरना आंदोलन करते रहे ग्रामीणों की मांग है कि पानी की समस्या का निराकरण जब तक नहीं होता तब तक हम ग्राम पंचायत को खुलने नहीं देंगे मामले की जानकारी मिलने पर जल संसाधन विभाग के आला अधिकारी मौका स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी एवं जल्द ही पानी की समस्या का निराकरण करने की बात कही गौरतलब है कि छिंदवाड़ा जिला मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का गृह जिला है एवं यहां की सातों विधानसभा पर कांग्रेस का कब्जा है परंतु जुन्नारदेव विधानसभा मुख्यालय के शहरी क्षेत्र की ग्राम पंचायत पाला चौरई में पानी की विकराल समस्या ने ग्रामवासियों को आंदोलन की राह पर चलने के लिए मजबूर कर दिया है यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा जिले को मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं एवं संपूर्ण मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा जैसी सुविधाएं देने का वादा करते हैं ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कमलनाथ का यही विकास मॉडल है जहां लोग पीने के पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं एवं धरना आंदोलन कर अपनी आवाज उठा रहे हैंConclusion:छिंदवाड़ा जिले के चुनाव विधानसभा मुख्यालय की ग्राम पंचायत पाला चौरई में पानी की समस्या वर्षों पुरानी है यहां पर तीन नल जल योजनाएं संचालित हैं किंतु प्रशासनिक व्यवस्था एवं ग्राम पंचायत का गैर जिम्मेदाराना रवैया ग्रामीणों के लिए समस्या का कारण बना हुआ है मूलता कोयला खदान क्षेत्र होने के कारण पानी का वाटर लेवल बहुत नीचे है एवं बोर उत्खनन में भी पानी नहीं मिल पाता है जिन बोर में पानी मिलता है वह फ्लोराइड युक्त होता है ऐसे में ग्रामीण जनों के लिए पीने के पानी की समस्या निरंतर बनी हुई है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.