छिंदवाड़ा। जिले में एमपी बोर्ड की 12वीं परीक्षा की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए 30 जून तक का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन जून महीना खत्म होने के बाद भी लगभग 60% ही उत्तर पुस्तिकाओं का ही मूल्यांकन हो पाया है. जिसके चलते शिक्षा विभाग ने मूल्यांकन की तारीख बढ़ाकर सात जुलाई कर दी है. वही मामले में लापरवाही करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की बात भी कही गई है.
दरअसल, 12वीं कक्षाओं के अधिकांश पेपर लॉकडाउन के पहले ही हो गए थे. वहीं बाकी बचे विषयों की परीक्षा 9 जून से 16 जून तक आयोजित की गई थी. इन पेपरों की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए 30 जून तक का समय दिया गया था. लेकिन कापियों को चेक करने का काम शिक्षक समय पर पूरा नहीं कर पाए. जिले में केवल 63 हजार उत्तर पुस्तिकाओं का ही मूल्यांकन हो पाया है.
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण काफी शिक्षक नहीं आ पा रहे हैं. जिसके वजह से मूल्यांकन में देरी हो रही है. जिन शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य में ना आने का कारण नहीं बताया है, उन शिक्षकों पर कार्रवाई करते हुए उनका वेतन और वेतन में होने वाली वृद्धि रोकी जाएगी.