छिंदवाड़ा। इटारसी से नागपुर बिछाई जा रही तीसरी रेल लाइन पांढुर्णा रेलवे स्टेशन से होकर गुजर रही है. जिसका कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. नई तीसरी रेल लाइन बिछने से तिगांव स्टेशन मध्य रेल का केंद्र बिंदु बन जायेगा.
तीगांव स्टेशन पांढुर्णा से 10 किलोमीटर दूर स्थित है, जहां से मालगाड़ी या एक्सप्रेस ट्रेने को रवाना करना होता है तो उसे बंकर इंजन लगाकर भोपाल की ओर रवाना किया जाता है. तीगांव स्टेशन की कुछ दूरी पर घुड़नखापा जंगल के घाट और पहाड़ी होने से मालगाड़ीयों को बंकर इंजन लगाया जाता था. तब जाकर मालगाड़ी रवाना होती हैं. इसलिए इस स्टेशन पर तीसरी रेल लाइन बिछने से अत्यधिक आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. ताकी ट्रेन या मालगाड़ीयों को रवाना करने में कोई परेशानी न हो.
जानकारी के मुताबिक पांढुर्णा रेलवे स्टेशन से हर दिन कुल 67 एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरती हैं. इन सभी एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज पांढुर्णा स्टेशन है. जहां सभी एक्सप्रेस ट्रेने रुकती हैं, लेकिन कोरोना वायरस के कारण इन ट्रेनों को रेलवे विभाग ने बंद कर दिया गया है, जिससे अप ओर डाउन लाइन की सभी ट्रेनें गायब सी हो गई हैं.
तीन दिशाओं को जोड़ता हैं पांढुर्णा रेलवे स्टेशन
कहने को पांढुर्णा रेलवे स्टेशन काफी छोटा हैं, लेकिन इस स्टेशसन से तीन दिशाओं से एक्सप्रेस ट्रेने गुजरती हैं. पांढुर्णा रेलवे स्टेशन से हैदराबाद, छत्तीसगढ़ और नई दिल्ली की ओर सबसे ज्यादा ट्रेने रवाना होती हैं और बाकी स्टेशन किअपेक्षा इस स्टेशन से 67 एक्सप्रेस ट्रेने गुजरती हैं, जो पांढुर्णा के लिए एक बड़ी उपलब्धी हैं.
सालों पुरानी टंकी होगी जमींजोद
तीसरी रेल लाइन बिछने से तिगांव स्टेशन पर वर्षो पुरानी पानी की टंकी के साथ-साथ वर्तमान में स्थापित रेलवे स्टेशन को तोड़कर नया रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है. यही नहीं इस नए स्टेशन पर यात्री प्रतीक्षालय, शौचालय, यात्रियों के लिए पानी की सुविधा सहित अन्य सुविधाएं भी मिलेगी.