छिंदवाड़ा। सरकारी अस्पताल का नाम सुनते ही लोग ऐसे अस्पतालों से दूर भागने लगते हैं, जहां लोगों को अव्यवस्थाओं से झूझना पड़ता हैं, लेकिन पांढुर्णा नगर पालिका में एक ऐसा सरकारी अस्पताल हैं, जहां मरीजों को सुकून मिलता हैं. यहां के एक डॉक्टर ने सरकारी अस्पताल को किसी रिसोर्ट से कम नहीं बनाया, जिसे देखने और इलाज करवाने के लिए दूर-दराज से लोग पहुंचते हैं.
जी हां, पांढुर्णा के मांगुरली गांव में बना सरकारी अस्पताल किसी रिसोर्ट से कम नहीं हैं. इस सरकारी अस्पताल की सूरत डॉक्टर नितिन उपाध्याय ने बदल दी. यहां 4 हजार वर्गफीट में बनाए गए पार्क में घूमने के लिए दूरदराज से लोग पहुंचते हैं. यहां लोगों को इलाज के साथ-साथ सुकून मिलता हैं. इसलिए इस अस्पताल का नाम 'सुकून' रखा गया हैं.
इस सरकारी अस्पताल में बैठने के लिए एक ऐसी जगह बनाई गई हैं, जहां बैठते ही खुद को 'सुकून' महसूस होता हैं. इस सरकारी अस्पताल की चर्चा छिंदवाड़ा जिले को छोड़ पूरे मध्य प्रदेश में भी है. यही कारण हैं कि इस अस्पताल का दीदार करने के लिए अधिकारी, जनप्रतिनिधि और लोग पहुंचते हैं.
सरकारी फंड का सही उपयोग किया
मांगुरली सरकारी अस्पताल की जिम्मेदारी संभालने वाले डॉक्टर नितिन उपाध्याय बताते है कि स्वास्थ्य विभाग से जो भी फंड आता हैं, उस फंड की राशि को इस अस्पताल की व्यवस्था में लगाई जाती हैं. वर्तमान में इस अस्पताल के चारों ओर हरियाली और मनमोहक पौधे मौजूद हैं.