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इंडोनेशिया में झंडे गाड़ने के लिए तैयार MP की बेटी, दिखाएगी कंधे-बाजू का दम - छिंदवाड़ा की बेटी

बहुत कम लोग होते हैं जो मुफलिसी के दौरे में भी अपने हौसले को कमजोर नहीं होने देते और कड़ी मेहनत के बलबूते मंजिल की तरफ बढ़ते रहते हैं. विश्व महिला दिवस के मौके पर हम आपको छिंदवाड़ा की उस पावर लिफ्टिंग खिलाड़ी से रू-ब-रू करा रहे हैं, जो इंडोनेशिया में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी.

Aditi Bairagi
पावर लिफ्टिंग खिलाड़ी अदिति बैरागी
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Published : Feb 29, 2020, 9:27 PM IST

छिंदवाड़ा। किसी ने क्या खूब कहा कि वक्त से लड़कर अपना नसीब बदल दे, इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे, कल क्या होगा, उसकी कभी न सोचो, क्या पता कल वक्त, खुद अपनी लकीर बदल दे. इसी सोच के साथ आगे बढ़ रही है छिंदवाड़ा की वो बेटी जिसने मुफलिसी में भी हौसला नहीं हारा और अब मध्यप्रदेश की ये बेटी इंडोनेशिया में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रही है. छिंदवाड़ा की रहने वाली अदिति बैरागी इंडोनेशिया में अपने पावर लिफ्टिंग का हुनर दिखाएंगी. 63 किलो वजन ग्राम वर्ग में पूरे भारत से एकमात्र महिला खिलाड़ी के तौर पर उनका चयन इंडोनेशिया में खेलने के लिए हुआ है.

इंडोनेशिया में झंडे गाड़ने के लिए तैयार MP की बेटी

मजबूत कंधों और दमदार बाजुओं वाली छिंदवाड़ा की ये बेटी कक्षा आठवीं से अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. अपने मामा से प्रेरित होकर उसने पॉवर लिफ्टिंग में जाने का फैसला किया और आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद भी अदिति बैरागी के हौसले कमजोर नहीं हुए. यही वजह है कि उनसे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीते हैं और अब मिशन इंडोनेशिया के लिए तैयारी कर रही हैं. बेटी की उपलब्धि पर पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है.

Aditi Bairagi
प्रैक्टिस करतीं अदिति बैरागी

परिवार की आर्थिक कमजोर

परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो अच्छे जिम या सेंटरों में ट्रेनिंग ले सके. इसलिए अदिति वन विभाग के सरकारी जिम में ट्रेनिंग लेकर अपने सपनों को पूरा कर रही है. बेटी के सपनों को पूरा करने के सरकारी ऑफिसों के चक्कर काट चुके पिता ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी मुलाकात की है. ताकि वो इंडोनेशिया में होने वाली चैंपियनशिप में भाग ले सके. हालांकि अब तक उन्हें किसी भी प्रकार की मदद नसीब नहीं हुई.

Aditi Bairagi practicing
प्रैक्टिस करतीं अदिति बैरागी

सपनों को पूरा करने में सरकार उदासीन

अदिति बैरागी के सपनों को पूरा करने में न सरकार न सिस्टम, किसी ने रुचि नहीं दिखाई. लिहाजा अदिति के पिता ने अपने दोस्तों से कर्ज लेकर बेटी के सपनों को उड़ान देने के लिए पहली किस्त जमा कर दी है और दूसरी किस्त की जुगाड़ में वह भटक रहे हैं. अदिति बैरागी के हौसले को देखकर पिता तो शायद यही सोचते हैं कि रख हौसला, वो मंजर भी आएगा, प्यासे के पास चल के समंदर भी आएगा.

Aditi Bairagi
अदिति बैरागी ने जीते मेडल
Aditi Bairagi
अदिति बैरागी की उपलब्धि

कर्ज लेकर बेटी के सपनों को पूरा करने में जुटे पिता

अदिति बैरागी पावर लिफ्टिंग की खिलाड़ी है. 63 किलो वजन ग्राम वर्ग में पूरे भारत से एकमात्र महिला खिलाड़ी के तौर पर उनका चयन इंडोनेशिया में खेलने के लिए हुआ है. उसे 6 मई को इंडोनेशिया जाना है, जिसके लिए 1 लाख 30 हजार रुपए जमा करने होंगे. पिता ने कर्ज लेकर पहली किश्त के तौर पर 65 हजार रुपये की जमा कर दिए हैं, लेकिन अब दूसरी किश्त की व्यवस्था में वह जुटे हैं.

छिंदवाड़ा। किसी ने क्या खूब कहा कि वक्त से लड़कर अपना नसीब बदल दे, इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे, कल क्या होगा, उसकी कभी न सोचो, क्या पता कल वक्त, खुद अपनी लकीर बदल दे. इसी सोच के साथ आगे बढ़ रही है छिंदवाड़ा की वो बेटी जिसने मुफलिसी में भी हौसला नहीं हारा और अब मध्यप्रदेश की ये बेटी इंडोनेशिया में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रही है. छिंदवाड़ा की रहने वाली अदिति बैरागी इंडोनेशिया में अपने पावर लिफ्टिंग का हुनर दिखाएंगी. 63 किलो वजन ग्राम वर्ग में पूरे भारत से एकमात्र महिला खिलाड़ी के तौर पर उनका चयन इंडोनेशिया में खेलने के लिए हुआ है.

इंडोनेशिया में झंडे गाड़ने के लिए तैयार MP की बेटी

मजबूत कंधों और दमदार बाजुओं वाली छिंदवाड़ा की ये बेटी कक्षा आठवीं से अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. अपने मामा से प्रेरित होकर उसने पॉवर लिफ्टिंग में जाने का फैसला किया और आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद भी अदिति बैरागी के हौसले कमजोर नहीं हुए. यही वजह है कि उनसे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीते हैं और अब मिशन इंडोनेशिया के लिए तैयारी कर रही हैं. बेटी की उपलब्धि पर पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है.

Aditi Bairagi
प्रैक्टिस करतीं अदिति बैरागी

परिवार की आर्थिक कमजोर

परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो अच्छे जिम या सेंटरों में ट्रेनिंग ले सके. इसलिए अदिति वन विभाग के सरकारी जिम में ट्रेनिंग लेकर अपने सपनों को पूरा कर रही है. बेटी के सपनों को पूरा करने के सरकारी ऑफिसों के चक्कर काट चुके पिता ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी मुलाकात की है. ताकि वो इंडोनेशिया में होने वाली चैंपियनशिप में भाग ले सके. हालांकि अब तक उन्हें किसी भी प्रकार की मदद नसीब नहीं हुई.

Aditi Bairagi practicing
प्रैक्टिस करतीं अदिति बैरागी

सपनों को पूरा करने में सरकार उदासीन

अदिति बैरागी के सपनों को पूरा करने में न सरकार न सिस्टम, किसी ने रुचि नहीं दिखाई. लिहाजा अदिति के पिता ने अपने दोस्तों से कर्ज लेकर बेटी के सपनों को उड़ान देने के लिए पहली किस्त जमा कर दी है और दूसरी किस्त की जुगाड़ में वह भटक रहे हैं. अदिति बैरागी के हौसले को देखकर पिता तो शायद यही सोचते हैं कि रख हौसला, वो मंजर भी आएगा, प्यासे के पास चल के समंदर भी आएगा.

Aditi Bairagi
अदिति बैरागी ने जीते मेडल
Aditi Bairagi
अदिति बैरागी की उपलब्धि

कर्ज लेकर बेटी के सपनों को पूरा करने में जुटे पिता

अदिति बैरागी पावर लिफ्टिंग की खिलाड़ी है. 63 किलो वजन ग्राम वर्ग में पूरे भारत से एकमात्र महिला खिलाड़ी के तौर पर उनका चयन इंडोनेशिया में खेलने के लिए हुआ है. उसे 6 मई को इंडोनेशिया जाना है, जिसके लिए 1 लाख 30 हजार रुपए जमा करने होंगे. पिता ने कर्ज लेकर पहली किश्त के तौर पर 65 हजार रुपये की जमा कर दिए हैं, लेकिन अब दूसरी किश्त की व्यवस्था में वह जुटे हैं.

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