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बीजेपी के लिए सिरदर्द बनी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट, पार्टी शिवराज पर लगा सकती है बाजी

भाजपा की जिला इकाई इस बात पर अड़ी है कि छिंदवाड़ा से शिवराज सिंह चौहान को ही मैदान में उतारा जाए. इसके लिये भाजपाइयों ने शिवराज सिंह का नाम केंद्रीय पैनल के पास भेजा है. वहीं कांग्रेस की ओर से इस सीट पर सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है, जबकि बीजेपी इस सीट के लिए अभी प्रत्याशी ढूंढने की जद्दोजहद में लगी है.

शिवराज सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश
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Published : Mar 19, 2019, 4:13 PM IST

Updated : Mar 19, 2019, 4:42 PM IST

छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद से प्रदेश में छिंदवाड़ा सीट सबसे ज्यादा सुर्खियों में है. इसकी वजह है कि कमलनाथ के जिस गढ़ में बीजेपी ने 40 साल से जीत का स्वाद नहीं चखा है, वहां इस बार कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में कमलनाथ मैदान में नहीं होंगे. यही वजह है कि बीजेपी इस सीट से मजबूत चेहरे को मैदान में उतारकर इसे अपने पाले में लाने की तैयारी में है. इसी कवायद के चलते बीजेपी कार्यकर्ता इस सीट पर शिवराज सिंह को पार्टी का उम्मीदवार बनाना चाहते हैं.

भाजपा की जिला इकाई इस बात पर अड़ी है कि छिंदवाड़ा से शिवराज सिंह चौहान को ही मैदान में उतारा जाए. इसके लिये भाजपाइयों ने शिवराज सिंह का नाम केंद्रीय पैनल के पास भेजा है. वहीं कांग्रेस की ओर से इस सीट पर सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है. कमलनाथ ने चुनावी बिगुल फूंककर बेटे नकुलनाथ के पक्ष में प्रचार भी शुरू कर दिया है, जबकि बीजेपी इस सीट के लिए अभी प्रत्याशी ढूंढने की जद्दोजहद में लगी है.

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छिंदवाड़ा में बीजेपी के मीडिया प्रभारी संतोष राय का कहना है कि पूरे देश में उनका कैंडिडेट कमल का फूल और नेता नरेंद्र मोदी हैं. उन्हीं के दम पर पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ रही है. छिंदवाड़ा सीट से बीजेपी प्रत्याशी के सवाल पर उन्होंने शिवराज सिंह को पहली पसंद बताया है. इसके लिये उन्होंने पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को एक पत्र भी लिखा है.

40 सालों से छिंदवाड़ा कांग्रेस का अभेद्य किला माना जाता है. पिछले चुनावों के आंकड़ों पर नजर डालें तो छिंदवाड़ा में कमलनाथ को टक्कर देने में बाहरी प्रत्याशी ही सफल हुआ है. 1997 के चुनाव में सुंदरलाल पटवा ने कमलनाथ को हराया था. फिर 2004 के चुनाव में प्रह्लाद पटेल ने कमलनाथ को कड़ी टक्कर दी. हालांकि इस चुनाव में कमलनाथ जीत गए थे. बीजेपी का मानना है कि कमलनाथ के विजयी जुलूस को रोकना है तो शिवराज सिंह का होना बेहद जरूरी है.

छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद से प्रदेश में छिंदवाड़ा सीट सबसे ज्यादा सुर्खियों में है. इसकी वजह है कि कमलनाथ के जिस गढ़ में बीजेपी ने 40 साल से जीत का स्वाद नहीं चखा है, वहां इस बार कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में कमलनाथ मैदान में नहीं होंगे. यही वजह है कि बीजेपी इस सीट से मजबूत चेहरे को मैदान में उतारकर इसे अपने पाले में लाने की तैयारी में है. इसी कवायद के चलते बीजेपी कार्यकर्ता इस सीट पर शिवराज सिंह को पार्टी का उम्मीदवार बनाना चाहते हैं.

भाजपा की जिला इकाई इस बात पर अड़ी है कि छिंदवाड़ा से शिवराज सिंह चौहान को ही मैदान में उतारा जाए. इसके लिये भाजपाइयों ने शिवराज सिंह का नाम केंद्रीय पैनल के पास भेजा है. वहीं कांग्रेस की ओर से इस सीट पर सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है. कमलनाथ ने चुनावी बिगुल फूंककर बेटे नकुलनाथ के पक्ष में प्रचार भी शुरू कर दिया है, जबकि बीजेपी इस सीट के लिए अभी प्रत्याशी ढूंढने की जद्दोजहद में लगी है.

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छिंदवाड़ा में बीजेपी के मीडिया प्रभारी संतोष राय का कहना है कि पूरे देश में उनका कैंडिडेट कमल का फूल और नेता नरेंद्र मोदी हैं. उन्हीं के दम पर पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ रही है. छिंदवाड़ा सीट से बीजेपी प्रत्याशी के सवाल पर उन्होंने शिवराज सिंह को पहली पसंद बताया है. इसके लिये उन्होंने पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को एक पत्र भी लिखा है.

40 सालों से छिंदवाड़ा कांग्रेस का अभेद्य किला माना जाता है. पिछले चुनावों के आंकड़ों पर नजर डालें तो छिंदवाड़ा में कमलनाथ को टक्कर देने में बाहरी प्रत्याशी ही सफल हुआ है. 1997 के चुनाव में सुंदरलाल पटवा ने कमलनाथ को हराया था. फिर 2004 के चुनाव में प्रह्लाद पटेल ने कमलनाथ को कड़ी टक्कर दी. हालांकि इस चुनाव में कमलनाथ जीत गए थे. बीजेपी का मानना है कि कमलनाथ के विजयी जुलूस को रोकना है तो शिवराज सिंह का होना बेहद जरूरी है.

Intro:देश की सबसे हाईप्रोफाइल लोकसभा सीट छिंदवाड़ा भाजपा के लिए कठिन साबित हो रहे हैं दरअसल इस लोकसभा सीट से की तरफ से मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ का का नाम तय माना जा रहा है तो वहीं भाजपा की जिला ईकाई पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए जिद पर अड़ी है।


Body:40 सालों से कमलनाथ के कब्जे वाली लोकसभा सीट छिन्दवाड़ा से इस बार उनके बेटे नकुल नाथ का चुनाव लड़ना तय है जिसके लिए बकायदा मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है और अपने बेटी के लिए जिले में प्रचार भी शुरू कर दिया है लेकिन भाजपा अभी तक संभावित कैंडिडेट के नामों पर भी विचार नहीं कर पाई है।

शिवराज सबसे पहली पसंद।

छिंदवाड़ा भाजपा का कहना है कि पूरे देश में उनका कैंडिडेट कमल फूल का निशान है और नेता नरेंद्र मोदी है जिसके दम पर ही वे लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन छिंदवाड़ा में कमलनाथ के मुकाबले के लिए इस बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए अड़े हुए हैं जिसके लिए उन्होंने बकायदा केंद्रीय चुनाव समिति को शिवराज सिंह चौहान के लिए पत्र लिखा है।

बाइट- संतोष राय,लोकसभा मीडिया प्रभारी


Conclusion:40 सालों से छिंदवाड़ा कांग्रेस का अवैध किला माना जाता है पिछले आंकड़ों पर नजर डालें छिंदवाड़ा में कमलनाथ को टक्कर देने में बाहरी प्रत्याशी ही सफल हुआ है 1997 के चुनाव में सुंदरलाल पटवा ने कमलनाथ को हराया था और फिर 2004 के चुनाव में प्रह्लाद पटेल ने कमलनाथ को कड़ी टक्कर दी थी हालांकि इस चुनाव में कमलनाथ जीत गए थे।
इसलिए भाजपा का मानना है कि अगर कमलनाथ के विजय जुलूस को रोकना है तो उसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जरूरी है।
Last Updated : Mar 19, 2019, 4:42 PM IST
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