छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में एक सीसीआई अधिकारी को क्वॉरेंटाइन करने के लिए हाईप्रोफाइल ड्रामा देखने को मिला है. इस अधिकारी को होम क्वॉरेंटाइन करने के लिए भोपाल, इंदौर, नई दिल्ली के अधिकारियों द्वारा दबाव बनाया गया. मिली जानकारी के मुताबिक पांढुर्णा में स्थित पारसनाथ जिनिंग में कार्यरत एक कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर कपास जिनिंग को पांढुर्णा एसडीएम मेघा शर्मा, तहसीलदार मनोज चौरसिया, नायब तहसीलदार भरत सिंह, संजय बरैया द्वारा सील कर दिया गया है.
वहीं कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले सीसीआई केंद्र प्रभारी वीएस मीणा और उनके साथ रहने वाले 9 कर्मचारियों को क्वॉरेंटाइन करने की बात आई तो हाईप्रोफाइल ड्रामा शुरू हो गया. सीसीआई केंद्र प्रभारी क्वॉरेंटाइन सेंटर जाने को तैयार नहीं था जिसको लेकर काफी बहस हुई और पांढुर्णा एसडीएम पर दबाव बनाना शुरू कर दिया गया.
हद तो तब हो गई जब सीसीआई अधिकारी के लिए भोपाल, इंदौर, नई दिल्ली के अधिकारियों द्वारा होम क्वॉरेंटाइन करने के लिए दबाव बनाया जाने लगा. यही नहीं इस सीसीआई अधिकारी के लिए नेताओं तक सिफारिश की गई है, लेकिन पांढुर्णा एसडीएम ने नियम और कायदों का हवाला देकर सीसीआई अधिकारी को संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा.
इस मामले में एसडीएम का कहना है कि अब तक सभी कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों को सरकारी क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया है अगर सीसीआई अधिकारी को वीआईपी क्वॉरेंटाइन सुविधा दी जाती तो कई सवाल खड़े हो जाते. इसलिए जो सबके साथ हुआ वही सीसीआई अधिकारी के साथ किया गया है. जब यह बात आम जनता तक पहुंची तो एसडीएम के इस फैसले पर सभी ने समर्थन कर एसडीएम के फैसले को सही ठहराया है.