छिंदवाड़ा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज यानी शुक्रवार को मध्यप्रदेश दौरे पर रहेंगी, जहां वे राजधानी में 7वें अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन का उद्घाटन करेंगी. ये सम्मेलन 3 मार्च से शुरू होकर 5 मार्च तक चलेगा, 3 दिवसीय सम्मेलन में भूटान, श्रीलंका, इंडोनेशिया, नेपाल समेत 15 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. ये सम्मेलन राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हो रहा है. बता दें कि सम्मेलन के दूसरे दिन यानी 4 मार्च को दिल्ली में राष्ट्रपति मुर्मू छिंदवाड़ा की अनिता चौधरी को जल संरक्षण व संवर्धन में महिलाओं को जागरूक करने के लिए सम्मानित करेंगी.
15 देश इस सम्मेलन में होगा शामिल: अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में 45 वक्ता होंगे, इस 3 दिवसीय सत्र के दौरान नए युग में मानववाद का सिद्धांत पर आधारित 115 शोध पत्र भी रखे जाएंगे. मंत्रियों का सत्र, मुख्य सत्र और विभिन्न उप-विषयों पर बहस और चर्चा करने के लिए पांच पूर्ण सत्र होंगे. इस सम्मेलन का उद्देश्य धर्म धम्म परंपराओं से जुड़े धार्मिक, राजनीतिक और विचारक नेताओं को एक साथ लाना है, इसकी वजह से राष्ट्र निर्माण पर विचार किया जा सकेगा. इस सम्मेलन में 15 देश शामिल होंगे, जिसमें से 6 देशों के सांस्कृतिक मंत्री भी हिस्सा लेंगे. इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर और सांची बौद्ध-भारतीय अध्ययन विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीरजा गुप्ता उपस्थित रहेंगी.
स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 मिलेगा: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के मोहखेड़ विकासखंड के ग्राम गढ़मऊ में रहने वाली अनिता चौधरी को 'स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान' मिलेगा. जल सखी अनीता चौधरी के इन प्रयासों से भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता मिशन विभाग द्वारा उनका चयन 'स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान-2023' के लिए किया गया है. 4 मार्च को दिल्ली में देश की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों अनिता चौधरी को ये पुरस्कार मिलेगा, इससे न केवल छिंदवाड़ा जिला बल्कि पूरा मध्यप्रदेश गौरवान्वित हुआ है.
अनिता चौधरी बनी जल सखी: जल निगम की परियोजना क्रियान्वयन ईकाई सिवनी के महाप्रबंधक आर.सी.पवार और प्रबंधक बसंत कुमार बेलवंशी ने बताया कि "जल निगम द्वारा छिंदवाड़ा जिले के विकासखंड मोहखेड़ में 54.89 करोड़ रुपए लागत की जल प्रदाय योजना 30 ग्रामों में संचालित है, इस गांव में 112 परिवार हैं. अनिता चौधरी सृष्टि स्व-सहायता समूह की सदस्य होने के साथ ही जल सखी के रूप में भी कार्य कर रही हैं. अनिता ने राजस्व वसूली के अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य को बखूबी निभाया है."
पानी बचाने में महिलाएं कैसे बटाएं हाथ: अनिता चौधरी लगातार महिलाओं को पानी के लिए जागरुक करने में लगी हैं, उनकी जागरूकता का ये परिणाम है कि जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण समूह जलप्रदाय योजना में गांव के लोगों को हर घर जल योजना में घर बैठे ही शुद्ध जल प्राप्त हो रहा है. वहीं शत-प्रतिशत जल कर की राशि जमा हो चुकी है और ग्रामवासी जल संरक्षण व संवर्धन के क्षेत्र में जागरूक हो गए हैं. अनिता चौधरी ने महिलाओं को संदेश देते हुए कहा है कि "अगर हम समय रहते सचेत नहीं हुए तो आने वाले समय में हमें पानी के लिए तरसना पड़ सकता है. साथ ही घटता भू-जल यही संकेत दे रहा है कि इस संकेत को समझते हुए पानी की फिजूलखर्ची पर समय रहते अंकुश लगाया जाए, ये हमारे लिए बेहतर रहेगा. हर क्षेत्र में योगदान करने वाली महिलाएं इस दिशा में सराहनीय भूमिका निभा सकती है. घर के कामकाज के दौरान इस तरफ थोड़ा ध्यान देकर अगर पानी का कम उपयोग करें तो जल संरक्षण व संवर्धन में काफी मदद मिल सकती है. मुझे लगता है कि सरकारी स्तर से किए जा रहे प्रयासों के साथ घर की महिलाएं भी इसमें बड़ा योगदान दे सकती हैं."