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खटिया पर सिस्टम! जान जोखिम में डाल ग्रामीणों ने प्रसूता को पहुंचाया अस्पताल

छिंदवाड़ा जिले के कोकाढाना गांव में भारी बारिश के कारण नदी उफान पर है, ऊपर से शहर जाने के लिए आज तक पुल भी नहीं बन पाया है. ऐसे में गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए उसे खटिया पर लिटाकर ग्रामीणों ने नदी पार कराई.

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Published : Aug 30, 2020, 2:36 AM IST

Updated : Aug 30, 2020, 10:20 AM IST

Pregnant woman had to cross the river with the help of cot
गर्भवती महिला को खटिया के सहारे कराना पड़ा नदी पार

छिंदवाड़ा। प्रदेश में तीन दिनों से हो रही बारिश से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. सभी नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे गांवों के लोगों का शहर से संपर्क टूट गया है. ऐसे में इमरजेंसी होने पर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आलम ये है कि गर्भवती महिला को ग्रामीणों ने खटिया पर बैठाकर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसने बच्चे को जन्म दिया.

सिस्टम की नाकामी

मामला पांढुर्णा तहसील के कोकाढाना गांव का है, जहां रहने वाली रीना कुमरे को शनिवार को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई. जिसके बाद उन्होंने एम्बुलेंस को कॉल किया, लेकिन लगातार हो रही बारिश ने एम्बुलेंस का रास्ता रोक दिया और महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ती ही जा रही थी. ऐसे में ग्रामीण गर्भवती महिला को खटिया पर लिटाकर कंधों पर रखकर ग्रामीण निकल पड़े, इस दौरान नदी का बहाव भी तेज था, बावजूद इसके महिला को बचाने के लिए ग्रामीण नदी में उतर गए और नदी की धारा को चीरते हुए दूसरे किनारे पहुंच गए, फिर महिला को पांढुर्णा सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया है. डॉक्टरों के मुताबिक जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

आजादी के दशकों बाद भी नहीं बना पुल

कोकाढाना गांव में आजादी के बाद से अब तक पुलिया नही बन पाई है. ग्रामीण हर साल बारिश में जान जोखिम में डालकर उफनती नदी पार करते हैं. सरकार पिछले साल ही एक पुलिया के निर्माण को स्वीकृति दी है, लेकिन लापरवाह ठेकेदार ने उस पुलिया को भी आधा अधूरा छोड़ दिया है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है.

छिंदवाड़ा। प्रदेश में तीन दिनों से हो रही बारिश से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. सभी नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे गांवों के लोगों का शहर से संपर्क टूट गया है. ऐसे में इमरजेंसी होने पर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आलम ये है कि गर्भवती महिला को ग्रामीणों ने खटिया पर बैठाकर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसने बच्चे को जन्म दिया.

सिस्टम की नाकामी

मामला पांढुर्णा तहसील के कोकाढाना गांव का है, जहां रहने वाली रीना कुमरे को शनिवार को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई. जिसके बाद उन्होंने एम्बुलेंस को कॉल किया, लेकिन लगातार हो रही बारिश ने एम्बुलेंस का रास्ता रोक दिया और महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ती ही जा रही थी. ऐसे में ग्रामीण गर्भवती महिला को खटिया पर लिटाकर कंधों पर रखकर ग्रामीण निकल पड़े, इस दौरान नदी का बहाव भी तेज था, बावजूद इसके महिला को बचाने के लिए ग्रामीण नदी में उतर गए और नदी की धारा को चीरते हुए दूसरे किनारे पहुंच गए, फिर महिला को पांढुर्णा सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया है. डॉक्टरों के मुताबिक जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

आजादी के दशकों बाद भी नहीं बना पुल

कोकाढाना गांव में आजादी के बाद से अब तक पुलिया नही बन पाई है. ग्रामीण हर साल बारिश में जान जोखिम में डालकर उफनती नदी पार करते हैं. सरकार पिछले साल ही एक पुलिया के निर्माण को स्वीकृति दी है, लेकिन लापरवाह ठेकेदार ने उस पुलिया को भी आधा अधूरा छोड़ दिया है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है.

Last Updated : Aug 30, 2020, 10:20 AM IST
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