छिंदवाड़ा। दूसरों की सुरक्षा करने वाले पुलिसकर्मी खुद अपनी सुरक्षा से कोसों दूर हैं. यही वजह है कि वो जर्जर भवन में रहकर भी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. जिले के पांढुर्णा पुलिस थाने का भवन दिनों दिन जर्जर होता जा रहा है. आलम ये है कि अब इस थाने की छत के निचले हिस्से का प्लास्टर भी गिरने लगा है, जिससे वहां मौजूद पुलिसकर्मी घायल हो रहे हैं. फिर भी यहां पदस्थ पुलिसकर्मी थाने का पूरा कामकाज संभाल रहे हैं. जर्जर भवन में पुलिसकर्मी डर-डरकर काम करने को मजबूर हैं.
24 घंटे चलता है काम, सताता है डर
पांढुर्णा पुलिस थाने के रिकॉर्ड शाखा में 24 घंटे पुलिसकर्मी अपना काम कर रहे हैं, जहां उनको हर समय डर महसूस होता है. फिर भी वो कामकाज करते नजर आते हैं. जिस रूम का प्लास्टर नीचे गिर रहा है, उसके नीचे ही पुलिसकर्मी थाने का काम कर रहे हैं.
थाने की हर दीवार में दरार
पांढुर्णा पुलिस थाना सबसे बड़ा और संवेदनशील माना जाता है, लेकिन इस थाने में काम कर रहे पुलिसकर्मी खुद सुरक्षा से वंचित हैं. अगर थाने के हर रूम को देखा जाए तो सभी रूम की दीवार पर बड़ी-बड़ी दरारें दिखाई देती हैं. पुलिस थाना भवन का अब तक पीडब्लूडी विभाग या फिर पुलिस विभाग ने मेंटेनेंस नहीं कराया है.