छिंदवाड़ा। जिले के डब्ल्यूसीएल के पेंच क्षेत्र की नेहरिया खदान में एक मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में इलाज के लिए नागपुर ले जाते वक्त मौत हो गई. इसके बाद गुस्साए मजदूरों ने भारतीय मजदूर संगठन की अगुवाई में प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. इतनी ही नहीं मजदूर की लाश को रखकर चक्काजाम भी किया.
मौत के बाद हंगामा
दरअसल पेंच इलाके की भूमिगत कोयला खदान नेहरिया में संतोष सोनी नाम का एक मजदूर काम करते वक्त बेहोश हो गया. जिसे पहले बड़कुही के अस्पताल ले जाया गया लेकिन हालत गंभीर उसे नागपुर के लिए रेफर कर दिया गया जहां उसकी रास्ते में ही मौत हो गई.
एंबुलेंस में ऑक्सीजन ना होने का आरोप
आरोप है कि जिस एंबुलेंस में मजदूर को ले जाया जा रहा था उसमें ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं थी. जिसकी वजह से ही उसकी मौत होग गई. मौत के बाद मजदूर के शव को वापस बड़कुही के अस्पपाल में लाया गया. जहां मजदूरों ने शव को रोड पर रखकर जमकर हंगामा किया. मौके पर पहुंचे कोल फील्ड के अधिकारियों के साथ उनकी बहस भी हुई. मजदूरों का कहना है कि सही वक्त पर अगर उसका इलाज हो जाता तो उसकी जान बच जाती.