ETV Bharat / state

बैंक परिसर में बुजुर्ग ने तोड़ा दम, परिजनों ने बैंक पर लगाया लापरवाही का आरोप

author img

By

Published : Oct 6, 2019, 10:00 AM IST

Updated : Oct 6, 2019, 10:14 AM IST

छिंदवाड़ा के चांदामेटा बैंक की लेटलतीफी के चलते खाते में 22 लाख रुपए जमा होने के बावजूद एक बुजुर्ग ने बीमारी से तड़प तड़प कर बैंक परिसर में ही दम तोड़ दिया.

बैंक की लेटलतीफी के चलते बुजुर्ग ने बैंक परिसर में तोड़ा दम

छिंदवाड़ा। जिला मुख्यालय में आयोजित बैंक ग्राहक सम्मेलन में केन्द्र सरकार के मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते बैंक से ग्राहकों को समस्या ना हो और नियमों को सरल करके बैंको से लोगों को जुड़ने का बखान कर रहे थे. वहीं चांदामेटा बैंक की लेटलतीफी के चलते खाते में 22 लाख रुपए जमा होने के बावजूद एक बुजुर्ग ने बीमारी से तड़प तड़प कर बैंक परिसर में ही दम तोड़ दिया. पुलिस अब जांच की बात कर रही है.

बैंक की लेटलतीफी के चलते बुजुर्ग ने बैंक परिसर में तोड़ा दम

ग्राम घोघरी रैय्यत के रहने वाले 70 साल के मंगलू ईवनाती ने 22 लाख रुपए स्टेट बैंक में जमा कराए थे. जिसकी नामिनी पत्नी की मौत हो गई थी. मंगलू लकवा से पीड़ित होने की वजह से चल फिर नहीं पा रहे थे. परिजनों ने बैंक से पैसे निकालने और नामिनी बदलने के लिए आवेदन दिया. ताकि उनका इलाज करा सके. लेकिन बैंक ने उन्हें शाखा में आने की नसीहत दी. परिजनों बीमार मंगलू को बैंक लेकर आए. लेकिन बैंक के साहब मीटिंग में थे इसलिए लेट हो गए. बुजुर्ग ने बैंक में ही दम तोड़ दिया. गुस्साए परिजनों इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है.

छिंदवाड़ा। जिला मुख्यालय में आयोजित बैंक ग्राहक सम्मेलन में केन्द्र सरकार के मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते बैंक से ग्राहकों को समस्या ना हो और नियमों को सरल करके बैंको से लोगों को जुड़ने का बखान कर रहे थे. वहीं चांदामेटा बैंक की लेटलतीफी के चलते खाते में 22 लाख रुपए जमा होने के बावजूद एक बुजुर्ग ने बीमारी से तड़प तड़प कर बैंक परिसर में ही दम तोड़ दिया. पुलिस अब जांच की बात कर रही है.

बैंक की लेटलतीफी के चलते बुजुर्ग ने बैंक परिसर में तोड़ा दम

ग्राम घोघरी रैय्यत के रहने वाले 70 साल के मंगलू ईवनाती ने 22 लाख रुपए स्टेट बैंक में जमा कराए थे. जिसकी नामिनी पत्नी की मौत हो गई थी. मंगलू लकवा से पीड़ित होने की वजह से चल फिर नहीं पा रहे थे. परिजनों ने बैंक से पैसे निकालने और नामिनी बदलने के लिए आवेदन दिया. ताकि उनका इलाज करा सके. लेकिन बैंक ने उन्हें शाखा में आने की नसीहत दी. परिजनों बीमार मंगलू को बैंक लेकर आए. लेकिन बैंक के साहब मीटिंग में थे इसलिए लेट हो गए. बुजुर्ग ने बैंक में ही दम तोड़ दिया. गुस्साए परिजनों इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है.

Intro:छिंदवाड़ा। जिला मुख्यालय छिंदवाड़ा में आयोजित बैंक ग्राहक सम्मेलन में केन्द्र सरकार के मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते बैंक से ग्राहकों को समस्या ना हो और नियमों को सरल करके बैंको से लोगों को जुड़ने का बखान कर रहे थे और वहीं दूसरी तरफ स्टेट बैंक की लेटलतीफी के चलते खुद के खाते में 22 लाख रुपए होने के बाद भी एक बुजुर्ग ने बीमारी से तड़प तड़प कर बैंक परिसर में ही दम तोड़ दिया।Body:मामला छिंदवाड़ा के चांदामेटा स्टेट बैंक का है दरअसल घोघरी रैय्यत गाँव के रहने वाले 70 साल के मंगलू ईवनाती ने 22 लाख रुपए स्टेट बैंक में जमा कराए थे जिसकी नामिनी उनकी पत्नी थी पत्नी की मौत हो गई और खुद मंगलू लकवा से पीड़ित होने की वजह से चल फिर नहीं पा रहे थे, परिजनों ने बैंक से पैसे निकालने और नामिनी बदलने कें लिए आवेदन दिंया ताकि उनका ईलाज करा सके लेकिन बैंक ने उन्हें शाखा में आने की नसीहत दी और परिजनों ने बकायदा बीमार मंगलू को बैंक भी लाया लेकिन बैंक के साहब मीटिंग में थे इसलिए लेट हो गए और बुजुर्ग ने बैंक में ही दम तोड़ दिया। गुस्साए परिजनों इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है।

Conclusion:बैंको रीढ़ ग्राहक होती है और जब ग्राहक बीमार था तो बैंक को इस स्थिती में बुलाना जरुरी क्यों था उसके बाद भी लेटलतीफी खुद के 22 लाख बैंक में होने के बाद भी ईलाज के लिए पीड़ित को एक रुपया नहीं मिला और उसकी मौत हो गई। अब पुलिस जाँच की बात कर रही है ।

बाइट- मृतक की बेटी
बाईट- अरविंद सिंह, एस डी ओ पी परासिया
Last Updated : Oct 6, 2019, 10:14 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.