छिंदवाड़ा। मप्र पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन के वायरल वीडियो पर गुलाबी गैंग ने संज्ञान लेते हुए पुलिस थाने में FIR दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है एवं शासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. OBC आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वे कुछ लड़कियों के साथ दिखाई दे रहे हैं जिसे लोग सोशल मीडिया में आपत्तिजनक बता रहे हैं कांग्रेस ने भी वीडियो को लेकर बीजेपी पर पलटवार किया था जिस पर बीजेपी ने भी सफाई दी थी.
गुलाबी गैंग का विरोध: गुलाबी गैंग की कमांडर पूर्णिमा वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि एक वरिष्ठ नेता द्वारा नाबालिग बच्चियों के साथ सार्वजनिक रूप से इस तरह की हरकत किया जाना समाज के लिए हानिकारक है. हम ऐसी हरकतों की कड़ी निंदा करते हैं और शासन से मांग करते हैं कि इस पर संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई करें. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से भी ऐसे नेताओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही पुलिस विभाग में आवेदन देकर इस मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की मांग की है.
शर्मनाक हरकत: पूर्णिमा वर्मा ने कहा कि गौरी शंकर बिसेन के द्वारा नाबालिक छात्रा के साथ शर्मनाक हरकत की गई. जिसका विडियों पूरा म.प्र. में ही नहीं पूरे देश में सोशल मीडिया में चला. सार्वजनिक रूप से नाबालिक छात्रा का गौरी शंकर बिसेन के द्वारा शीलभंग किया गया. यह पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत दोषी होना बताता है. वर्मा ने कहा कि गौरी शंकर बिसेन एक बार नहीं कई बार अपने अभ्रद व्यवहार के चलते विवादों में घिरे रहते है लेकिन इस बार जो इन्होंने हरकत की है, वह मानवता को आहत करने वाली शर्मसार घटना है, जिससे सम्पूर्ण महिलाएं आहत है. भाजपा के सत्ता का नशा इनके नेताओं के प्रतिनिधियों के सर चढ़कर बोल रहा हैं.
MP में क्राइम रेट ज्यादा: बीजेपी पर आरोप लगाते हुए पूर्णिमा वर्मा ने कहा कि इनके घृणित चाल चरित्र का हर दिन नया चेहरा उजागर होता है. जिससे पूरे म.प्र. पूरे देश में महिला अपराध में आज नं. 1 की पोजिसन पर है, यह (एन.सी.आर.) के आकड़े भी बताते हैं. इस तरह की घटना क्रम ने प्रदेश की बच्चियों पर दहशत की छाप छोड़ी है, महिलाओं में बेटियों में भय और अराजकता का माहौल हैं. पीड़ित छात्रा व उसका परिवार नेता और अधिकारियों के दबाव में दहशत में है. जिस बजह से कुछ नहीं बोल पा रहें हैं, उन्हें सुरक्षा व सहयोग प्रदान करने का भी हम निवेदन करते है. उन्होंने कोतवाली में जाकर FIR दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है.
गौरीशंकर बिसेन दे चुके हैं सफाई: इस मामले में बालाघाट में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने अपनी सफाई देते हुए कहा था कि वे सीएम राइस स्कूल के कार्यक्रम में गए थे और सारी बेटियां उनकी पोती के समान थी. उनके साथ वे फोटो खिंचवा रहे थे और इसी को कांग्रेस ने गलत तरीके से पेश किया है कि कांग्रेस के खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे, क्योंकि इससे मेरी छवि के साथ-साथ उन मासूम बच्चियों की छवि भी धूमिल हुई है.