भोपाल : शिवभक्तों के लिए बाबा ओंकारेश्वर, बाबा महाकाल और नासिक के त्र्यंबकेश्वर तक का सफर और भी आसान होने जा रहा है. इन तीनों ज्योतिर्लिंग के बीच रेलवे कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाया जा रहा है. इसके लिए केन्द्र की मोदी सरकार ने मनमाड़, भुसावल-खंडवा और प्रयागराज-मानिकपुर के बीच नई रेल लाइन को मंजूरी दे दी है. पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के तहत इस नई परियोजना को मंजूरी दी गई है. इन नई रेल लाइन से मध्यप्रदेश के यात्रियों का खासा फायदा होगा.
नई रेल लाइन से ये होगा फायदा
मध्यप्रदेश के खंडवा और भुसावल के बीच तीसरी और चौथी रेल लाइन बनने जा रही हैं. इन दोनों स्टेशन के बीच 131 किलोमीटर की नई रेल लाइन डाली जाएगी. अभी इन दोनों स्टेशन के बीच आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेन चलती हैं और सफर में करीबन सवा दो घंटे का समय लगता है. वहीं मनमाड से भुसावल के बीच 160 किलोमीटर की नई चौथी रेल्वे लाइन के प्रोजेक्ट को मोदी सरकार ने हरी झंडी दे दी है. इन दो नए रेल्वे प्रोजेक्ट से मध्यप्रदेश के खंडवा स्थित ओंकारेश्वर से नासिक के त्रयंबकेश्वर के बीच यातायात सुगम हो जाएगा. उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद बाबा के दर्शन करने देश के कोने-कोने से श्रद्धालु लगातार उज्जैन पहुंच रहे हैं. यह नई रेल्वे लाइन 2028 में होने वाले सिंहस्थ में भी यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा. यह प्रोजेक्ट अगले दो साल में पूरा हो जाएगा.
काशी विश्वनाथ, चित्रकूट की यात्रा भी होगी सुगम
उधर प्रयागराज-मानिकपुर के बीच 84 किलोमीटर की तीसरी रेल लाइन भी डाली जाएगी. इससे वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ, प्रयागराज, चित्रकूट की यात्रा और आसान हो जाएगी. केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, '' पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान के तहत इन तीन प्रोजेक्ट से मध्यप्रदेश के खंडवा और चित्रकूट के 1319 गांव और करीबन 38 लाख लोगों के लिए रेल्वे की कनेक्टीविटी और बेहतर हो जाएगी. इन प्रोजेक्ट के पूरे होने के बाद मुंबई-प्रयागराज-वाराणसी रूट पर ट्रेनों की संख्या में यात्री ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी और इससे काशी विश्वनाथ, ओंकारेश्वर, त्रयंबकेश्वर के अलावा प्रयागराज, चित्रकूट, गया और शिरडी के बीच रेल्वे से यात्रा करना और आसान हो जाएगा.''