भोपाल/बुरहानपुर/नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी से पहले अब कांग्रेस के लिए बागी और नाराज नेता मुश्किल बढ़ाने वाले हैं, गुरूवार रात जारी की गई 144 प्रत्याशियों की सूची सहित कांग्रेस 229 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है. इसके साथ ही कई सीटों पर प्रत्याशियों का विरोध शुरू हो गया है, वहीं कई नेता बगाबत की तैयारी कर रहे हैं. सीटों के बंटवारे में सबसे बुरी स्थिति बीजेपी से कांग्रेस में आए और शिवपुरी से दावेदारी कर रहे विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी की हुई है. कपड़ा फाड़ राजनीति के बाद भी कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया है, बताया जा रहा है वे अब निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं.
कांग्रेस की सूची के बाद विरोध शुरू: कांग्रेस की सूची जारी होने के बाद दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर खुलकर विरोध दिखाई दे रहा है, टीकमगढ़ जिले की खरगापुर विधानसभा सीट से टिकट न मिलने से नाराज कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव निर्दलीय मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. कांग्रेस ने इस सीट से चंदा रानी गौर को टिकट दिया है. रीवा विधानसभा सीट से राजेन्द्र शर्मा को टिकट दिए जाने से नाराज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष कविता पांडेय ने सभी पदों को छोड़ दिया है, वे टिकट की दावेदारी कर रही थी. राजेन्द्र शर्मा 2008 में विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं, उन्हें महापौर पद पर उतारा गया था लेकिन वे दोनों ही चुनाव हार गए थे. उधर सेमरिया सीट से अभय मिश्रा को टिकट दिए जाने का भी विरोध हो रहा है, वे 3 दिन पहले ही बीजेपी छोड़ फिर कांग्रेस में आए हैं.
उधर त्योंथर सीट से टिकट न मिलने से नाराज पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी पिछले दिनों पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. भोपाल की दक्षिण पश्चिम विधानसभा सीट से कांग्रेस ने एक बार फिर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा को चुनाव में उतारा है. टिकट से स्थानीय नेता संजीव सक्सेना खासे नाराज हैं, बताया जा रहा है वे चुनाव में पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं. यही स्थिति गोविंदपुरा विधानसभा सीट पर भी देखी जा रही है, दिग्गी समर्थक रविन्द्र साहू को टिकट दिए जाने से स्थानीय कांग्रेस नेता नाराज बताए जा रहे हैं. विरोध के स्वर कुरवाई, नरेला विधानसभा सीट से भी देखे जा सकते हैं.
भांडेर सीट से टिकट की फूल सिंह बरैया को टिकट दिए जाने से नाराज प्रदेश महामंत्री भानु ठाकुर ने पार्टी को अलविदा कह दिया है, उन्होंने पार्टी छोड़ते समय दिग्जिवय सिंह और कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा. वहीं रतलाम जिले की जवारा सीट से हिम्मत श्रीमाल को टिकट दिए जाने के विरोध में कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला फूंक दिया, इसके साथ बुरहानपुर की नेपानगर विधानसभा सीट पर भी विरोध देखा गया. इसके अलावा पार्टी ने सिवनी मालवा के पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी का टिकट काट दिया है, जिसके विरोध में रघुवंशी के सर्मथकों ने जमकर नारेबाजी की.
कांग्रेस बोली सभी को मना लिया जाएगा: उधर कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा के मुताबिक "पार्टी में टिकट वितरण से सभी खुश हैं, कुछ गिनीचुनी सीटों पर नाराजगी है, लेकिन उन्हें मना लिया जाएगा. कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता एक जुट है और कांग्रेस भारी बहुमत से सत्ता में आ रही है." उधर बीजेपी प्रवक्ता नरेंन्द्र सलूजा ने आरोप लगाया कि "कांग्रेस में कोटा वितरण के तहत टिकट बांटे गए हैं, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने बराबरी से टिकट बांट लिए. नकुल नाथ ने छिंदवाड़ा की तीन सीटों का खुद ही ऐलान कर दिया था, अरूण यादव और पचौरी समर्थकों के टिकट काट दिए गए."