छिंदवाड़ा। एटीएस द्वारा गिरफ्तार किया गया अब्दुल करीम मूल रूप से महाराष्ट्र के अहमदपुर का रहने वाला है. वह फिलहाल कोऑपरेटिव बैंक कॉलोनी में साजिद अहमद के मकान में 9 वर्षों से किराए से रहता है. उसकी एक पत्नी है और एक बेटी है. बेटी इंदौर में पढ़ाई कर रही है. अब्दुल करीम की गिरफ्तारी के बाद उसके किराए के मकान में भी ताला लगा है. बता दें कि कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब उत-तहरीर के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
एटीएस की कार्रवाई : मंगलवार को मध्यप्रदेश एटीएस ने कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की. एटीएस ने भोपाल के शाहजहांनाबाद, ऐशबाग, लालघाटी और पिपलानी क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए 10 और छिंदवाड़ा से एक सदस्य को गिरफ्तार किया. साथ ही तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से 5 सदस्यों को हिरासत में लिया गया है. गिरफ्तार किए गए कट्टरपंथी संगठन से जुड़े सदस्यों से देशविरोधी दस्तावेज, तकनीकी उपकरण, कट्टरवादी साहित्य और अन्य सामग्री जब्त की गई है. पुलिस ने आरोपियों पर यूएपीए (Unlawful Activities (Prevention) Act, 1967 ) एवं अन्य धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया है.
क्या है हिज्ब-उत-तहरीर : हिज्ब-उत- तहरीर का नेटवर्क 50 से अधिक देशों में फैला हुआ है. इस संगठन पर 16 देशों में प्रतिबंध लग चुका है. यह संगठन भारत में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली के स्थान पर इस्लामिक शरिया कानून लाना चाहता है. इसके लिए संगठन ने मध्यप्रदेश में भी गुपचुप तरीके से अपना कैडर तैयार करना प्रारंभ कर दिया था. संगठन से जुड़े सदस्यों का उदेश्य नवयुवकों को भारत की वर्तमान शासन प्रणाली इस्लाम विरोधी बताकर संगठन से जोड़ना है. संगठन के सदस्य लोगों को भड़काकर और हिंसक कार्रवाई कर खिलाफत कायम करना चाहते हैं. सभी गिरफ्तार आरोपी गोपनीय रूप से जंगलों में जाकर क्लोज कॉम्बैट ट्रेनिंग कैंप आयोजित कर निशानेबाजी की प्रैक्टिस करते थे. उक्त प्रशिक्षण कैंप में हैदराबाद से आए संगठन के दक्ष प्रशिक्षक द्वारा कैंप में शामिल सदस्यों को ट्रेनिंग दी जाती थी.