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WOMEN'S DAY SPECIAL: गांव की बेटी ने विदेश में मनवाया अपना लोहा, अब सिखा रहीं जीत के गुर

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ऐसी महिलाओं को सलाम कर रहा है जिन्होंने रूढ़िवादी सोच को दरकिनार कर सफलता की सीढ़ियां पार की हैं. छिंदवाड़ा की एक ऐसी बेटी मोनिका परिहार है, जिन्होंने छोटे से गांव से निकलकर मलेशिया में अपने खेल का लोहा मनवाते हुए स्वर्ण पदक जीता है.

Chhindwara's ball badminton player Monica Parihar has brought laurels to the country and abroad.
छिंदवाड़ा की बॉल बैडमिंटन खिलाड़ी मोनिका परिहार ने देश-विदेश में नाम रोशन किया है
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Published : Feb 27, 2020, 3:29 PM IST

Updated : Feb 27, 2020, 3:39 PM IST

छिंदवाड़ा। जब हौसले बुलंद हों तो कोई भी सपना नामुमकिन नहीं होता. ऐसे ही एक सपना छिंदवाड़ा के एक छोटे से गांव की बेटी मोनिका ने देखा और हौसले के दम पर साकार भी किया. हनोतिया गांव की रहने वाली मोनिका परिहार ने बॉल बैडमिंटन खेल में सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी हिंदस्तान का झंडा बुलंद किया,और अपने खेल के दमपर गोल्ड मेडल हासिल किया.

छिंदवाड़ा की बॉल बैडमिंटन खिलाड़ी मोनिका परिहार ने देश-विदेश में नाम रोशन किया है

इंडो मलेशिया वॉल बैडमिंटन में रही चैंपियन

मोनिका परिहार ने अपने देश में खेलते-खेलते मलेशिया में भी अपने सफलता के झंडे गाड़े हैं. 2018 में इंडो मलेशिया बॉल बैडमिंटन टूर्नामेंट मलेशिया में वे विनर रहीं. मोनिका बताती हैं कि उनको खेल का शौक है. इसलिए उन्होंने इसी को अपना करियर बनाया है. मोनिका अब छिंदवाड़ा के पीजी कॉलेज में कोच हैं, जो बच्चों को खेल के गुर सीखा रही हैं.

Example: Half the population needs the entire sky
मिसाल: आधी आबादी को चाहिए पूरा आकाश

सरकार से उम्मीदें कि बेटियों को भी दें तवज्जो

मोनिका परिहार कहती हैं कि पिछली शिवराज सरकार में घोषणा की गई थी कि खेल क्षेत्र में अपना करियर बनाने वाली बेटियों को वे पुलिस में नौकरी देंगे. मोनिका परिहार का सपना हे कि वो भी पुलिस में जाए लेकिन सरकार की घोषणा पर अमल नहीं हुआ, जिसकी वजह से वे प्राइवेट जॉब करने को मजबूर हैं.

Monica Parihar with team in Malaysia
मलेशिया में टीम के साथ मोनिका परिहार

छिंदवाड़ा। जब हौसले बुलंद हों तो कोई भी सपना नामुमकिन नहीं होता. ऐसे ही एक सपना छिंदवाड़ा के एक छोटे से गांव की बेटी मोनिका ने देखा और हौसले के दम पर साकार भी किया. हनोतिया गांव की रहने वाली मोनिका परिहार ने बॉल बैडमिंटन खेल में सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी हिंदस्तान का झंडा बुलंद किया,और अपने खेल के दमपर गोल्ड मेडल हासिल किया.

छिंदवाड़ा की बॉल बैडमिंटन खिलाड़ी मोनिका परिहार ने देश-विदेश में नाम रोशन किया है

इंडो मलेशिया वॉल बैडमिंटन में रही चैंपियन

मोनिका परिहार ने अपने देश में खेलते-खेलते मलेशिया में भी अपने सफलता के झंडे गाड़े हैं. 2018 में इंडो मलेशिया बॉल बैडमिंटन टूर्नामेंट मलेशिया में वे विनर रहीं. मोनिका बताती हैं कि उनको खेल का शौक है. इसलिए उन्होंने इसी को अपना करियर बनाया है. मोनिका अब छिंदवाड़ा के पीजी कॉलेज में कोच हैं, जो बच्चों को खेल के गुर सीखा रही हैं.

Example: Half the population needs the entire sky
मिसाल: आधी आबादी को चाहिए पूरा आकाश

सरकार से उम्मीदें कि बेटियों को भी दें तवज्जो

मोनिका परिहार कहती हैं कि पिछली शिवराज सरकार में घोषणा की गई थी कि खेल क्षेत्र में अपना करियर बनाने वाली बेटियों को वे पुलिस में नौकरी देंगे. मोनिका परिहार का सपना हे कि वो भी पुलिस में जाए लेकिन सरकार की घोषणा पर अमल नहीं हुआ, जिसकी वजह से वे प्राइवेट जॉब करने को मजबूर हैं.

Monica Parihar with team in Malaysia
मलेशिया में टीम के साथ मोनिका परिहार
Last Updated : Feb 27, 2020, 3:39 PM IST
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