ETV Bharat / state

छिंदवाड़ा में Lumpy virus की दस्तक ! एक बैल की मौत, प्रशासन कर रहा जांच रिपोर्ट का इंतजार - Lumpy virus knock in Chhindwara

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में भी लंपी वायरस पहुंच चुका है. बताया जा रहा है कि इस वायरस से एक किसान के बैल की मौत हो गई है. वहीं, प्रशासन अभी जांच के लिए भेजे गये सैंपल की रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहा है. (Chhindwara lumpy virus)(Lumpy virus knock in Chhindwara)

Lumpy virus knock in Chhindwara
छिंदवाड़ा जिले में भी लंपी वायरस पहुंच चुका है
author img

By

Published : Oct 13, 2022, 10:07 AM IST

छिंदवाड़ा । जिले में लंपी वायरस की दस्तक के साथ ही पांढुर्ना पारडी गांव में एक बैल की मौत हो गई है, लेकिन प्रशासन अभी भी इसे संदिग्ध मान रहा है. पशु विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं रिपोर्ट आने के बाद पुष्टि हो पाएगी.

पारडी में एक बैल की हुई मौत, प्रशासन ने लगाया कैम्प: जिले के छिंदवाड़ा, परासिया, जुन्नारदेव, हर्रई और पांढुर्ना तहसील में लंपी वायरस ने दस्तक दे दी है. इन तहसीलों में लंपी वायरस के लक्षण देखने को मिल रहे हैं. पांढुर्ना के पारडी ग्राम के किसान माधवराव कोरडे की माने तो उसके बैल की लंपी बीमारी से मौत हो गई है. किसान ने बैल को बचाने 8 हजार रुपये खर्च किये, इसके बाद भी वह बैल को नहीं बचा पाया. इधर, पशु चिकित्सा विभाग अभी आराम फरमा रहा.

लंपी वायरस रोकने के लिए टीकमगढ़ में सख्त उपाय, जिले की सीमा सील, पशु मेले और जानवरों की खरीद बिक्री पर रोक

जांच रिपोर्ट के बाद ही खुलासा हो पायेगा: कथित रूप में बीमारी से मौत के बाद भी जिम्मेदार पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक एचजीएस पक्षवार का कहना है कि "6 सैम्पल जांच के लिए भेजे हैं, जांच रिपोर्ट के बाद ही खुलासा हो पायेगा". वे बीमारी का ठीकरा जिला बैतूल पर फोड़ रहे हैं, जबकि बीमारी से बचाव के लिए कोई टीकाकरण नहीं करवाया जा रहा है और न कोई अभियान चलाकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है. इस बीमारी से देश प्रदेश में हजारों गाय बैलों की मौत हो चुकी है. इसके बाद भी प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है. जानवरों को लंपी बीमारी से बचाने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं. जिम्मेदार अधिकारी अभी भी यह मान रहे है की छिंदवाड़ा में लंपी बीमारी नहीं है. (Lumpy virus knock in Chhindwara)(Chhindwara lumpy virus)

छिंदवाड़ा । जिले में लंपी वायरस की दस्तक के साथ ही पांढुर्ना पारडी गांव में एक बैल की मौत हो गई है, लेकिन प्रशासन अभी भी इसे संदिग्ध मान रहा है. पशु विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं रिपोर्ट आने के बाद पुष्टि हो पाएगी.

पारडी में एक बैल की हुई मौत, प्रशासन ने लगाया कैम्प: जिले के छिंदवाड़ा, परासिया, जुन्नारदेव, हर्रई और पांढुर्ना तहसील में लंपी वायरस ने दस्तक दे दी है. इन तहसीलों में लंपी वायरस के लक्षण देखने को मिल रहे हैं. पांढुर्ना के पारडी ग्राम के किसान माधवराव कोरडे की माने तो उसके बैल की लंपी बीमारी से मौत हो गई है. किसान ने बैल को बचाने 8 हजार रुपये खर्च किये, इसके बाद भी वह बैल को नहीं बचा पाया. इधर, पशु चिकित्सा विभाग अभी आराम फरमा रहा.

लंपी वायरस रोकने के लिए टीकमगढ़ में सख्त उपाय, जिले की सीमा सील, पशु मेले और जानवरों की खरीद बिक्री पर रोक

जांच रिपोर्ट के बाद ही खुलासा हो पायेगा: कथित रूप में बीमारी से मौत के बाद भी जिम्मेदार पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक एचजीएस पक्षवार का कहना है कि "6 सैम्पल जांच के लिए भेजे हैं, जांच रिपोर्ट के बाद ही खुलासा हो पायेगा". वे बीमारी का ठीकरा जिला बैतूल पर फोड़ रहे हैं, जबकि बीमारी से बचाव के लिए कोई टीकाकरण नहीं करवाया जा रहा है और न कोई अभियान चलाकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है. इस बीमारी से देश प्रदेश में हजारों गाय बैलों की मौत हो चुकी है. इसके बाद भी प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है. जानवरों को लंपी बीमारी से बचाने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं. जिम्मेदार अधिकारी अभी भी यह मान रहे है की छिंदवाड़ा में लंपी बीमारी नहीं है. (Lumpy virus knock in Chhindwara)(Chhindwara lumpy virus)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.