छिंदवाड़ा। भाजपा ने कृषि विकास और किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल जिले का प्रभारी मंत्री बना दिया है. मंत्री पटेल पूर्व सीएम कमलनाथ के धुर विरोधी माने जाते हैं. जब भी चुनावी दौरों में कमल पटेल का जिले में आना हुआ है, हमेशा कमलनाथ पर अपने बयानों के माध्यम से तीखे हमले किए हैं. ऐसे में एक बार फिर भाजपा ने कमल पटेल को प्रभारी मंत्री बनाकर राजनीति में हलचल पैदा कर दी है.
किसान कर्ज माफी के मुद्दे पर रहेगा फोकस
तत्कालीन सीएम कमलनाथ ने किसानों का 2 लाख तक का कर्जा माफ करने की घोषणा के साथ कर्जमाफी शुरू की थी, लेकिन सरकार बदलने के बाद कर्ज माफी नहीं हुई. कमलनाथ की घोषणा को भाजपा की सरकार महज एक जुमला बताती रही, लेकिन खुद कमल पटेल ने सदन में किसानों के कर्ज माफ होने की जानकारी दी थी. ऐसे में अब कृषि मंत्री की जिम्मेदारी होने के कारण कांग्रेस कर्ज माफी के मुद्दे को लेकर प्रभारी मंत्री को घेरने की रणनीति में रहेगी.
राजनीतिक सरगर्मियां होंगी तेज़
दरअसल, जिले में सातों विधानसभा और लोकसभा में कांग्रेस का कब्जा है. अब तक कांग्रेस के मुकाबले में भाजपा जिलाध्यक्ष ही मोर्चे पर डटे नजर आते थे, लेकिन कमल पटेल के प्रभारी मंत्री बनने के बाद जिले में राजनीतिक सरगर्मियां तेज नजर आएंगी, क्योंकि कमल पटेल, कमलनाथ और कांग्रेस पर तीखे हमले में माहिर हैं, जिसका फायदा बीजेपी उठाना चाहेगी.
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शिवराज के करीबी हैं कमल पटेल
बता दें कि छिंदवाड़ा जिले में आदिवासियों के बाद सबसे ज्यादा ओबीसी वोटर हैं. आने वाले नगर निगम के अलावा पंचायत चुनाव को देखते हुए बीजेपी इन्हें साधने की कोशिश करेगी. कहा जा रहा है कि शिवराज के करीबी होने के चलते जिले की कमान सौंपी गई है. शिवराज सिंह चौहान ने सरकार बनाने के बाद सबसे पहले पांच मंत्रियों को अपनी कैबिनेट में जगह दी थी, जिनमें एक नाम कमल पटेल का भी शामिल था.