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छिंदवाड़ा-सागर रेल लाइन को बजट में शामिल करने की सांसद कैलाश सोनी ने सदन में रखी बात

मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने एमपी में रेल परियोजना के लिए कारगर कदम उठाने की मांग की है.

राज्यसभा में बोलते कैलाश सोनी
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Published : Jul 4, 2019, 12:02 AM IST

छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने एमपी में रेल परियोजना के लिए कारगर कदम उठाने की मांग की है. कैलाश सोनी ने सदन में कहा कि सरकार छिंदवाड़ा, करेली, देवरी, सागर रेल परियोजनाओं का काम आगे बढ़ाए.


सदन में सोनी ने बताया कि 1970 से सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, नागपुर में लगातार इस रेल लाइन को लेकर आंदोलन चलता रहा है. संविधान निर्मात्री समिति के सदस्य हरि विष्णु कामथ ने इस समस्या को 1970 से लगातार इस सदन में प्रश्न उठाया है. बुंदेलखंड के गोंडवाना, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा आदिवासी एरिया से होते हुए नागपुर तक रेल लाइन जुड़ जाती है. ये विकास के नए सोपान तय करेगी.

राज्यसभा में बोलते कैलाश सोनी


इसका सर्वे रेलवे बोर्ड में सबमिट किया जा चुका है, इसके बनने से दूरी बहुत कम हो जाएगी. जिससे इसकी लागत बहुत जल्द वसूल हो जाएगी. दक्षिण नागपुर तक अभी ट्रेन से जाने में 12 घंटे लगते हैं. उन्होंने कहा कि अगर लाइन बनती है तो महज ढाई से 3 घंटे में नागपुर पहुंच सकते हैं, साथ ही 5 हजार गांव इस रेल परियोजना से लाभान्वित होंगे.


5 जुलाई को पहले सप्ताह में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट के साथ रेल बजट प्रस्तुत करेंगी. रेलवे बोर्ड के मुताबिक ये रेल लाइन 279.37 किलोमीटर लंबी है. जिसकी लागत 4805 करोड़ रुपए प्रस्तावित हैं. इस मार्ग के बनने से नागपुर के रास्ते दक्षिण जाने व राजधानी दिल्ली की दूरी भी कम हो जाएगी. बुंदेलखंड की आबादी देश की आबादी का 5 प्रतिशत है, लेकिन रेल लाइन देश की कुल लाइनों की एक प्रतिशत भी नहीं है. ये रेल मार्ग उत्तर भारत में देश की राजधानी दिल्ली तथा दक्षिण भारत में चेन्नई कन्या कुमारी की लंबी दूरी को कम करेगा. साथ ही कैलाश सोनी ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिलकर छिंदवाड़ा, करेली, देवरी, सागर रेल लाइन के लिये बजट आवंटन की मांग की.

छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने एमपी में रेल परियोजना के लिए कारगर कदम उठाने की मांग की है. कैलाश सोनी ने सदन में कहा कि सरकार छिंदवाड़ा, करेली, देवरी, सागर रेल परियोजनाओं का काम आगे बढ़ाए.


सदन में सोनी ने बताया कि 1970 से सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, नागपुर में लगातार इस रेल लाइन को लेकर आंदोलन चलता रहा है. संविधान निर्मात्री समिति के सदस्य हरि विष्णु कामथ ने इस समस्या को 1970 से लगातार इस सदन में प्रश्न उठाया है. बुंदेलखंड के गोंडवाना, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा आदिवासी एरिया से होते हुए नागपुर तक रेल लाइन जुड़ जाती है. ये विकास के नए सोपान तय करेगी.

राज्यसभा में बोलते कैलाश सोनी


इसका सर्वे रेलवे बोर्ड में सबमिट किया जा चुका है, इसके बनने से दूरी बहुत कम हो जाएगी. जिससे इसकी लागत बहुत जल्द वसूल हो जाएगी. दक्षिण नागपुर तक अभी ट्रेन से जाने में 12 घंटे लगते हैं. उन्होंने कहा कि अगर लाइन बनती है तो महज ढाई से 3 घंटे में नागपुर पहुंच सकते हैं, साथ ही 5 हजार गांव इस रेल परियोजना से लाभान्वित होंगे.


5 जुलाई को पहले सप्ताह में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट के साथ रेल बजट प्रस्तुत करेंगी. रेलवे बोर्ड के मुताबिक ये रेल लाइन 279.37 किलोमीटर लंबी है. जिसकी लागत 4805 करोड़ रुपए प्रस्तावित हैं. इस मार्ग के बनने से नागपुर के रास्ते दक्षिण जाने व राजधानी दिल्ली की दूरी भी कम हो जाएगी. बुंदेलखंड की आबादी देश की आबादी का 5 प्रतिशत है, लेकिन रेल लाइन देश की कुल लाइनों की एक प्रतिशत भी नहीं है. ये रेल मार्ग उत्तर भारत में देश की राजधानी दिल्ली तथा दक्षिण भारत में चेन्नई कन्या कुमारी की लंबी दूरी को कम करेगा. साथ ही कैलाश सोनी ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिलकर छिंदवाड़ा, करेली, देवरी, सागर रेल लाइन के लिये बजट आवंटन की मांग की.

Intro:छिन्दवाड़ा। बुधवार को भारतीय संसद के उच्च सदन राज्यसभा में बहुप्रतीक्षित छिंदवाड़ा करेली देवरी सागर रेल परियोजना पर अपने चिर परिचित अंदाज में मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने वजनदारी से अपनी बात रखते हुए इस पर सरकार से त्वरित व कारगर कदम उठाने की मांग की। Body:सांसद कैलाश सोनी ने सदन में बताया कि 1970 से सागर नरसिंहपुर छिंदवाड़ा नागपुर तक में लगातार इस रेल लाइन को लेकर आंदोलन चलते रहे। संविधान निर्मात्री समिति के सदस्य हरिविष्णु कामथ ने इस समस्या को 1970 से लगातार इस सदन में प्रश्न उठाया। बुंदेलखंड गोंडवाना नरसिंहपुर छिंदवाड़ा आदिवासी एरिया से होते हुए नागपुर तक रेल लाइन जुड़ जाती है तो यह विकास के नए सोपान तय करेगी। इसका सर्वे रेलवे बोर्ड में सबमिट हो चुका इसके बनने से दूरी बहुत कम हो जाएगी जिससे इसकी लागत बहुत जल्द वसूल हो जाएगी। दक्षिण नागपुर तक अभी हमें रेल से जाने में 12 घंटे लगते हैं यदि लाइन बनती है तो मात्र ढाई से 3 घंटे में नागपुर पहुंच सकते हैं। 5000 गांव इस रेल परियोजना से लाभान्वित होंगे। Conclusion:5 जुलाई को पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई वाली राजग सरकार की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट के साथ रेल बजट प्रस्तुत करेंगी। रेलवे बोर्ड के अनुसार यह रेल लाइन 279.37 किलोमीटर लंबी है जिसकी लागत 4805 करोड़ रूपये प्रस्तावित है। इस मार्ग के बनने से नागपुर के रास्ते दक्षिण जाने एवं राजधानी दिल्ली की दूरी भी कम हो जाएगी यह मार्ग गौडवाना सतपुड़ा बुंदेलखंड़ अचंल रेल सुविधाओं में देश मे सबसे ज्यादा पिछड़ा है, बुंदेलखंड की आबादी देश आबादी का 5 प्रतिशत है। परन्तु रेल लाइन देश की कुल लाइनो की एक प्रतिशत भी नही है। यह रेल मार्ग उत्तर भारत में भारत की राजधानी दिल्ली तथा दक्षिण भारत में चैन्नई कन्या कुमारी की लंबी दूरी को कम करेगा। यह रेलमार्ग 5000 से भी अधिक ग्रामो को सीधा महानगर से जोड़ेगा। व परियोजना से नए रोजगार के अवसर पैदा होगे। इसके पहले राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी पिछले दिनो रेलमंत्री पीयूष गोयल से भी मिले थे जिसमें उन्हौने प्रस्तावित छिंदवाड़ा करेली देवरी सागर रेल लाइन के लिये बजट आवंटन की मांग की थी।

इसमें राज्यसभा टीवी की रिकॉर्डिंग है कृपया सौजन्य लिखने का कष्ट करें।
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