छिंदवाड़ा। सतपुड़ा की वादियों में स्थित अमरवाड़ा आदिवासी बहुल क्षेत्र में चार चमत्कारी सिद्ध मंदिर स्थित है. श्रावण मास और महाशिवरात्रि पर लोगों की आस्था का केंद्र गरमेटा पर्वत पर स्थित शिव धाम मंदिर बन जाता है, शिव धाम मंदिर के चारो ओर बिखरी प्राकृतिक सौंदर्य की छटा मन को प्रफुल्लित कर देती है. खास बात ये है कि केदारनाथ से रामेश्वरम के बीच एक ही देशांतर 79 डिग्री पर ये शिव मंदिर स्थित है.
बताया जाता है कि भारतीय मंदिरों और धर्म से जुड़े कुछ ऐसे ही तथ्यों पर एक खोज हुई है, जिसमें पता चला है कि भारतीय मंदिरों के बारे में धर्म शास्त्र में जो विवरण मिलता है, वह मिथक नहीं विज्ञान सम्मत है. इसका उदाहरण भगवान शिव के 8 प्रसिद्ध मंदिर हैं, जिनका निर्माण कई शताब्दी पहले हुआ है. सुदूर उत्तर से दक्षिण तक ये सभी मंदिर 79 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित हैं. यानी ईशान दिशा में इन सभी मंदिरों का निर्माण अलग-अलग राजाओं ने करवाया है. सभी मंदिरों में एक ही डिग्री देशांतर बताता है कि वैदिक विज्ञान आज के विज्ञान से कहीं आगे था. इसी वजह से आज भी ये मंदिर चमत्कारी रूप से भक्ति-आस्था और ऊर्जा का केंद्र है.
इन मंदिरों में भोलेनाथ के जरूर दर्शन कर मनोकामनाएं पूरी करने की कामना करते हैं. अमरवाड़ा में बने शिवधाम मंदिर की महिमा चमत्कारी है. यही वजह है कि ये मंदिर भव्य तीर्थ के रूप में तेजी से प्रसिद्ध हो रहा है. 79 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित प्रसिद्ध चमत्कारी शिव मंदिर जोकि भारत के अनेक राज्यों में स्थित है.
श्री केदारनाथ मंदिर ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड 79.06 देशांतर, शिव धाम मंदिर गरमेटा पर्वत अमरवाड़ा मध्यप्रदेश 79.06 देशांतर, कालेश्वरम मुक्तेश्वरम स्वामी मंदिर तेलंगाना 79.90 देशांतर, श्री कालाहस्ती मंदिर आंध्र प्रदेश 79.69 देशांतर, एकमवरेश्वर मंदिर कांचीपुरम तमिलनाडु 79.69 देशांतर, त्रिभुवनमलय मंदिर तमिलनाडु 79. 06 देशांतर, नटराज मंदिर तमिलनाडु 79.69 देशांतर, राम नाथ स्वामी मंदिर ज्योतिर्लिंग रामेश्वरम तमिलनाडु 79.31 देशांतर. सभी चमत्कारी मंदिर एक ही देशांतर पर हैं.