छिंदवाड़ा। कोरोना की दूसरी लहर में लाशों की संख्या को लेकर राजनीति गरमाई हुई है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आंकड़े छिपाने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगा चुके हैं. तो वहीं मुख्यमंत्री ने भी कमलनाथ पर मौतों पर राजनीति का अवसर खोजने का आरोप लगाया था. कमलनाथ के गृह जिले में दूसरी लहर के चलते नगर पालिका निगम ने 20 लाख रुपए की राशि लाशों को जलाने के लिए लकड़ियों पर खर्च की है. एक लाश के लिए 2500 रुपए की लागत आती है.
लाशों के सरकारी आंकड़ों को लेकर भाजपा-कांग्रेस आमने सामने
कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर में मौत के आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं. कई लोगों के घर बर्बाद हो गए हैं. वही इस बीच लाशों के आंकड़ों को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच में जमकर राजनीति गरमाई हुई है.जहां कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज की सरकार पर आरोप लगाया था कि सरकार आंकड़े छिपा रही है. सही आंकड़े नहीं बता रही. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज ने कमलनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि कमलनाथ मौतों पर भी राजनीति का अवसर खोज रहे हैं.
20 लाख रुपए की लकड़ी का खर्चा
जिले में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक कुल 120 लोगों की मृत्यु हुई है. परंतु हकीकत श्मशान घाट पर साफ दिखाई दे रही थी. नगर पालिका निगम कमिश्नर हिमांशु सिंह ने बताया कि श्मशान घाटों में अभी तक 20 लाख रुपए की लकड़ियां जल चुकी हैं, जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना की दूसरी लहर कितनी भयानक थी और कितने लोगों की जान चली गई. एक शव को जलाने के लिए 2500 का खर्च आता है. बताया जा रहा है कि 1 अप्रैल से 10 मई तक जिले में 1215 शवों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किया गया था.
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देवर्धा का श्मशान घाट किया बंद
छिंदवाड़ा जिले में मौत के आंकड़े बढ़ने के कारण नगर पालिका निगम द्वारा दो नई जगह लाशों को जलाने का काम शुरू कर दिया गया था. ऐसे लगभग कुल चार जगह अंतिम संस्कार किया जा रहा था. पातालेश्वर मोक्ष धाम, परतला मोक्ष धाम, कब्रिस्तान, देवधा मोक्ष धाम, वहीं अब कोरोना संक्रमित लोगों के आंकड़ों और मरने वालों के आंकड़ों में कमी आई है, जिसके चलते अब देवर्धा का मोक्ष धाम नगर पालिका निगम ने बंद कर दिया है. कमिश्नर ने बताया कि यहां मोक्षधाम ग्राम पंचायत का है. अधिक संख्या में मृत्यु होने के कारण इसे नगर पालिका निगम द्वारा उपयोग किया जा रहा था. हालांकि आंकड़े अब कम हो गए हैं. इसलिए यहां मोक्ष धाम का उपयोग करना नगर पालिका निगम ने बंद कर दिया है.