छिन्दवाड़ा। जिले के दौरे पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कैलाश विजयवर्गीय की भुट्टा पार्टी को लेकर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि अगर भुट्टा पार्टी से पार्टी में एकजुटता दिखाई जा सकती थी, तो बीजेपी को भुट्टा पार्टी की जगह लड्डू पार्टी करना था. इस दौरान उन्होंने आदिवासी दिवस की छुट्टी को लेकर भी आवाज उठाई.
विधानसभा और लोकसभा सत्र नहीं चलने पर भी पार्टी की मंशा पर साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वे खुद राज्यसभा और लोकसभा जैसे सदनों में संसदीय कार्य मंत्री रहे हैं. सदन के पहले सभी दलों को बैठाकर खासतौर पर विपक्ष को विश्वास में लेकर मुद्दों पर चर्चा की जाती है. जनहित के मुद्दों पर विचार सदनों में किया जाता है, लेकिन इनकी पहले से ही मंशा थी कि सदन नहीं चलने दिया जाएगा. पहले से ही लिखित कुल चार दिनों का विधानसभा सत्र लाया गया. इसमें भी उसे पूरा नहीं चलने दिया. यही हाल लोकसभा का रहा, जहां पर तानाशाही चल रही है.
पार्टी में कांग्रेस भाजपा के सभी बड़े नेता हुए शामिल
बता दें कि बुधवार को विधानसभा परिसर में भुट्टा पार्टी का आयोजन किया गया. इसमें बीजेपी-कांग्रेस के तमाम नेता एक साथ इस पार्टी में शामिल हुए. पार्टी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक साथ भुट्टे का लुत्फ उठाया. वहीं सीएम शिवराज और कैलाश विजवर्गीय की जुगलबंदी भी देखने को मिली.
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राजनीति में मतभेद होने की बात किसी से छिपी नहीं है. इसी के चलते भुट्टा पार्टी का आयोजन किया गया, जिसे लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने विधानसभा सत्र को लेकर भी कहा.