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बांधों और नहरों से होगी रबी फसलों की सिंचाई, दिसंबर में मिलेगा पानी

छिंदवाड़ा के डैम और स्टाप डैमों के माध्यम से रबी की सीजन में किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने की योजना बनाई गई है, जिसे लेकर जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक कलेक्ट्रेट में हुई.

District Water Utilities Committee meeting held in Chindwara
जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक
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Published : Dec 3, 2020, 7:43 PM IST

छिंदवाड़ा: जिले भर के डैम और स्टाप डैमों के माध्यम से रबी की सीजन में किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने की योजना बनाने के लिए जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक कलेक्ट्रेट में हुई, बैठक में नहरों को ठीक करने के बाद दिसंबर के पहले सप्ताह से किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने की योजना बनाई गई.

वर्ष 2020-21 के लिये रबी सिंचाई के लिये निर्धारित लक्ष्य का सर्वसम्मति से अनुमोदन

वर्ष 2020-21 में जिले के जलाशयों में जल भराव क्षमता के अनुरूप सिंचाई संपादन के संबंध में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन की अध्यक्षता में आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक संपन्न हुई, बैठक में वर्ष 2020-21 के लिये रबी सिंचाई के लिये निर्धारित लक्ष्य का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया. बैठक में विधायकगण विजय चौरे, सोहन वाल्मीक, निलेश उईके व सुनील उईके, उन्नत कृषक पं. रमेश दुबे, जिला कृषक संगठन के अध्यक्ष संजय सक्सेना व उन्नत कृषक दौलत सिंह ठाकुर सहित समिति के अशासकीय सदस्यगण, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह नागेश, जिला जल उपयोगिता समिति के सचिव एवं कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग एएन शर्मा, कार्यपालन यंत्री पेंच परियोजना आशीष महाजन, कार्यपालन यंत्री विद्युत मंडल दुबे व उप संचालक कृषि जेआर हेडाउ सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे. बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा नहरों के अंतिम छोर तक के कृषकों को सिंचाई का न्यायसंगत लाभ दिलाने और रबी सीजन में बेहतर सिंचाई व्यवस्था के संबंध में विभिन्न सुझाव दिये गए.

नहरों के अंतिम छोर के किसानों तक पहुंचे पानी कलेक्टर ने दिए निर्देश

बैठक में कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग को निर्देश दिये कि आगामी रबी सीजन के लिये नहरों के अंतिम छोर तक के कृषकों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. मापदण्ड अनुसार सभी नहरों और जलाशयों की साफ-सफाई व मरम्मत समय पर सुनिश्चित हो. जिन डैमों में सीपेज की समस्या है, वह भी बजट की उपलब्धता के अनुरूप ठीक कराया जाए. अगली बैठक में इस संबंध में विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करें. बजट आवंटन के संबंध में वरिष्ठ कार्यालयों से सभी आवश्यक पत्राचार समय पर कर लिये जाएं. आवश्यकता अनुसार स्टाप डैमों की मरम्मत और गेट लगाने का तुरंत कराया जाए. सांवरी जलाशय की मरम्मत का कार्य लोक निर्माण विभाग के माध्यम से शीघ्र कराया जाए. अति आवश्यक स्थानों पर सिंचाई संबंधी सुधार कार्य तत्काल कराएं. उन्होंने अधीक्षण यंत्री विद्युत मंडल को कृषकों की सिंचाई संबंधी विद्युत समस्याओं का सक्रियता से निराकरण करने और नियमानुसार बिजली के न्यायसंगत उपयोग पर सतत मॉनिटरिंग करते हुये कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

70 हजार 439 हेक्टेयर सिंचाई का लक्ष्य निर्धारित

बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा पेंच परियोजना, बेलगांव व सिरस सहित विभिन्न स्टाप डैमों की मरम्मत, सांवरी जलाशय सहित अन्य जलाशयों की मरम्मत, नहरों का लीकेज सुधार आदि कार्य पूर्ण करते हुए दिसंबर के पहले सप्ताह से पानी उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में चर्चा करते हुये मनरेगा योजना के नियमों के तहत नहरों और जलाशयों की साफ-सफाई का कार्य कराने का सुझाव दिया गया. बैठक में जिला जल उपयोगिता समिति के सचिव और कार्यपालन यंत्री जल संसाधन ने बताया कि छिंदवाड़ा जिले के अंतर्गत वर्ष 2020 में 25 सितंबर तक हुई वर्षा के दौरान जलाशयों में जलभराव की स्थिति के अनुसार पेंच व्यपवर्तन परियोजना, कन्हरगांव मध्यम परियोजना, 136 लघु सिंचाई योजनाओं व 32 स्टाप डैमों को मिलाकर कुल 170 सिंचाई योजनाओं से वर्ष 2020-21 रबी सिंचाई का लक्ष्य निर्धारण किया गया है. उन्होंने बताया कि पेंच व्यपवर्तन वृहद परियोजना से 28 हजार 426 हेक्टेयर और कन्हरगांव मध्यम परियोजना, 136 लघु सिंचाई योजनाओं व 32 स्टाप डैमों से 42 हजार 13 हेक्टेयर को मिलाकर कुल 70 हजार 439 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

छिंदवाड़ा: जिले भर के डैम और स्टाप डैमों के माध्यम से रबी की सीजन में किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने की योजना बनाने के लिए जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक कलेक्ट्रेट में हुई, बैठक में नहरों को ठीक करने के बाद दिसंबर के पहले सप्ताह से किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने की योजना बनाई गई.

वर्ष 2020-21 के लिये रबी सिंचाई के लिये निर्धारित लक्ष्य का सर्वसम्मति से अनुमोदन

वर्ष 2020-21 में जिले के जलाशयों में जल भराव क्षमता के अनुरूप सिंचाई संपादन के संबंध में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन की अध्यक्षता में आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक संपन्न हुई, बैठक में वर्ष 2020-21 के लिये रबी सिंचाई के लिये निर्धारित लक्ष्य का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया. बैठक में विधायकगण विजय चौरे, सोहन वाल्मीक, निलेश उईके व सुनील उईके, उन्नत कृषक पं. रमेश दुबे, जिला कृषक संगठन के अध्यक्ष संजय सक्सेना व उन्नत कृषक दौलत सिंह ठाकुर सहित समिति के अशासकीय सदस्यगण, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह नागेश, जिला जल उपयोगिता समिति के सचिव एवं कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग एएन शर्मा, कार्यपालन यंत्री पेंच परियोजना आशीष महाजन, कार्यपालन यंत्री विद्युत मंडल दुबे व उप संचालक कृषि जेआर हेडाउ सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे. बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा नहरों के अंतिम छोर तक के कृषकों को सिंचाई का न्यायसंगत लाभ दिलाने और रबी सीजन में बेहतर सिंचाई व्यवस्था के संबंध में विभिन्न सुझाव दिये गए.

नहरों के अंतिम छोर के किसानों तक पहुंचे पानी कलेक्टर ने दिए निर्देश

बैठक में कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग को निर्देश दिये कि आगामी रबी सीजन के लिये नहरों के अंतिम छोर तक के कृषकों को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. मापदण्ड अनुसार सभी नहरों और जलाशयों की साफ-सफाई व मरम्मत समय पर सुनिश्चित हो. जिन डैमों में सीपेज की समस्या है, वह भी बजट की उपलब्धता के अनुरूप ठीक कराया जाए. अगली बैठक में इस संबंध में विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करें. बजट आवंटन के संबंध में वरिष्ठ कार्यालयों से सभी आवश्यक पत्राचार समय पर कर लिये जाएं. आवश्यकता अनुसार स्टाप डैमों की मरम्मत और गेट लगाने का तुरंत कराया जाए. सांवरी जलाशय की मरम्मत का कार्य लोक निर्माण विभाग के माध्यम से शीघ्र कराया जाए. अति आवश्यक स्थानों पर सिंचाई संबंधी सुधार कार्य तत्काल कराएं. उन्होंने अधीक्षण यंत्री विद्युत मंडल को कृषकों की सिंचाई संबंधी विद्युत समस्याओं का सक्रियता से निराकरण करने और नियमानुसार बिजली के न्यायसंगत उपयोग पर सतत मॉनिटरिंग करते हुये कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

70 हजार 439 हेक्टेयर सिंचाई का लक्ष्य निर्धारित

बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा पेंच परियोजना, बेलगांव व सिरस सहित विभिन्न स्टाप डैमों की मरम्मत, सांवरी जलाशय सहित अन्य जलाशयों की मरम्मत, नहरों का लीकेज सुधार आदि कार्य पूर्ण करते हुए दिसंबर के पहले सप्ताह से पानी उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में चर्चा करते हुये मनरेगा योजना के नियमों के तहत नहरों और जलाशयों की साफ-सफाई का कार्य कराने का सुझाव दिया गया. बैठक में जिला जल उपयोगिता समिति के सचिव और कार्यपालन यंत्री जल संसाधन ने बताया कि छिंदवाड़ा जिले के अंतर्गत वर्ष 2020 में 25 सितंबर तक हुई वर्षा के दौरान जलाशयों में जलभराव की स्थिति के अनुसार पेंच व्यपवर्तन परियोजना, कन्हरगांव मध्यम परियोजना, 136 लघु सिंचाई योजनाओं व 32 स्टाप डैमों को मिलाकर कुल 170 सिंचाई योजनाओं से वर्ष 2020-21 रबी सिंचाई का लक्ष्य निर्धारण किया गया है. उन्होंने बताया कि पेंच व्यपवर्तन वृहद परियोजना से 28 हजार 426 हेक्टेयर और कन्हरगांव मध्यम परियोजना, 136 लघु सिंचाई योजनाओं व 32 स्टाप डैमों से 42 हजार 13 हेक्टेयर को मिलाकर कुल 70 हजार 439 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

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