छिंदवाड़ा। शहर के सौसर नगर से 3 किलोमीटर की दूरी पर बसा बेरडी गांव जहां दहीलाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 70 हजार लोग शामिल हुए.
इस दौरान भक्तों ने पंढरीनाथ विट्ठल मंदिर के दर्शन कर महाप्रसाद का लाभ लिया. ऐसी मान्यता है कि इस दिन किसी के घर परिवार में चूल्हा नहीं जलता है.
दहिलाई कार्यक्रम के दिन भक्तों का उमड़ा सैलाब, इस दिन किसी के घर नहीं जलता चूल्हा - पंढरीनाथ विट्ठल मंदिर
छिंदवाड़ा में दहीलाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें दूर-दूर से भक्त शामिल हुए. मान्यता है कि इस दिन किसी के घर चूल्हा नहीं जलता है.
दहिलाई कार्यक्रम का आयोजन
छिंदवाड़ा। शहर के सौसर नगर से 3 किलोमीटर की दूरी पर बसा बेरडी गांव जहां दहीलाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 70 हजार लोग शामिल हुए.
इस दौरान भक्तों ने पंढरीनाथ विट्ठल मंदिर के दर्शन कर महाप्रसाद का लाभ लिया. ऐसी मान्यता है कि इस दिन किसी के घर परिवार में चूल्हा नहीं जलता है.
Intro:दहिलाही के दिन बेरडी ग्राम में नही जलता किसी के घर चूल्हा....
सर्व समाज करता है हजारों लोगों की भोजन की व्यवस्था...
दहीलाई कार्यक्रम में लगभग 70 हजार लोगों ने किए पंढरीनाथ के दर्शन
सौसर नगर से 3 किमी की दूरी पर बसा ग्राम बेरडी महाराष्ट्र के पंढरपुर की तर्ज पर नजर आ रहा था,
दहिलाई के दिन संपूर्ण ग्राम भगवान पंढरीनाथ की भक्ति में लीन हो जाता है,
नव अक्टूबर से जारी अखंड हरिनाम सप्ताह एवं श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा था,
Body:बुधवार को दहिलाई कार्यक्रम में लगभग 70 हजार दर्शनार्थियों ने भगवान पंढरीनाथ के दर्शन कर महाप्रसाद का पुण्य लाभ लिया,
ग्राम बेरडी में दहिलाही के दिन किसी के घर परिवार में चूल्हा नहीं जलता है,प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में पधारे हजारों विट्ठल भक्तों के लिए ग्राम के सभी समाज की ओर से भोजन का आयोजन भी किया जाता है,
यहां आने वाले सभी लोगो को ग्राम वासियों के द्वारा आग्रह के साथ भोजन के लिए बिठाया जाता है,
साथ ही आवागमन के लिए गाड़ी मालिकों की ओर से निशुल्क वाहन की सुविधाएं दी जाती है,
Conclusion:
ग्राम बेरडी के पंढरीनाथ विट्ठल मंदिर में प्रात से ही शाम तक भक्तों की लंबी-लंबी कतारें नजर आई, दोपहर में निकली पंचकोशी की यात्रा में आरती का 3 घटे तक ग्राम भ्रमण किया,
पंढरीनाथ मंदिर कमेटी से जुड़े राधेश्याम सुधा की बाइट है,
सर्व समाज करता है हजारों लोगों की भोजन की व्यवस्था...
दहीलाई कार्यक्रम में लगभग 70 हजार लोगों ने किए पंढरीनाथ के दर्शन
सौसर नगर से 3 किमी की दूरी पर बसा ग्राम बेरडी महाराष्ट्र के पंढरपुर की तर्ज पर नजर आ रहा था,
दहिलाई के दिन संपूर्ण ग्राम भगवान पंढरीनाथ की भक्ति में लीन हो जाता है,
नव अक्टूबर से जारी अखंड हरिनाम सप्ताह एवं श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा था,
Body:बुधवार को दहिलाई कार्यक्रम में लगभग 70 हजार दर्शनार्थियों ने भगवान पंढरीनाथ के दर्शन कर महाप्रसाद का पुण्य लाभ लिया,
ग्राम बेरडी में दहिलाही के दिन किसी के घर परिवार में चूल्हा नहीं जलता है,प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में पधारे हजारों विट्ठल भक्तों के लिए ग्राम के सभी समाज की ओर से भोजन का आयोजन भी किया जाता है,
यहां आने वाले सभी लोगो को ग्राम वासियों के द्वारा आग्रह के साथ भोजन के लिए बिठाया जाता है,
साथ ही आवागमन के लिए गाड़ी मालिकों की ओर से निशुल्क वाहन की सुविधाएं दी जाती है,
Conclusion:
ग्राम बेरडी के पंढरीनाथ विट्ठल मंदिर में प्रात से ही शाम तक भक्तों की लंबी-लंबी कतारें नजर आई, दोपहर में निकली पंचकोशी की यात्रा में आरती का 3 घटे तक ग्राम भ्रमण किया,
पंढरीनाथ मंदिर कमेटी से जुड़े राधेश्याम सुधा की बाइट है,
Last Updated : Oct 16, 2019, 11:34 PM IST