छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में स्वास्थ्य विभाग नए सिविल अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी में जुट गया है. इस हॉस्पिटल में 500 संदिग्ध मरीजों को रखने की व्यवस्था कराई जा रही है. इस अस्पताल में 10 डॉक्टर, 30 स्टाफ नर्स सहित 15 अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति होगी, जो संदिग्ध मरीजों का इलाज करेंगे. बता दें कि पांढुर्णा के अलावा सौंसर में 100, अमरवाड़ा में 130 और जुन्नारदेव में 50 बेड का कोविड हॉस्पिटल बनाया जा रहा है, जिसका काम शुरू हो गया है.
नांदनवाड़ी में कोविड अस्पताल बनाने की मांग
पांढुर्णा सिविल अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने से यहां की राजनैतिक पार्टियां और जनता का विरोध भी बढ़ता जा रहा है. लोगों का कहना है कि कोविड अस्पताल नए अस्पताल के बजाय पुराना पांढुर्णा या नांदनवाड़ी के अस्पताल को बनाया जाना चाहिए. लेकिन जिला कलेक्टर के निर्देश पर नए सिविल अस्पताल को चिन्हित किया गया है, जिससे जनता में हड़कंप मच गया, जिसे राजनैतिक पार्टियां और सामाजिक संस्थाएं विरोध कर रही हैं.
पांढुर्णा अस्पताल में बनेगा ऑक्सीजन प्लांट
पांढुर्णा सिविल हॉस्पिटल को अगर कोविड अस्पताल बनाया गया तो इस अस्पताल में जिले का सबसे बड़ा ऑक्सीजन प्लांट की शुरुआत होगी और ऑक्सीजन लाने में छिंदवाड़ा नही जाना पड़ेगा, साथ ही 10 वेंटिलेटर की सुविधा भी मरीजों को मिलेंगी. मरीजों को दूसरे शहरों में रेफर करने से बचाया जा सकेगा. कोविड अस्पताल बनाने से इसका दायरा 3 किमी तक फैला रहेगा. जिससे सबसे ज्यादा परेशानी अस्पताल के पास रहने वाले लोगों को होगी.