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केक कांड पर कांग्रेस बैकफुट पर आई, जारी किया नया फरमान, काटने से पहले भेजनी होगी केक की फोटो - केक काटने से पहले भेजनी होगी उसकी फोटो

कमलनाथ के मंदिर वाला केक काटने पर उपजी कलह से बचने के लिए कांग्रेस और स्वयं कमलनाथ भी बैकफुट पर आ गए हैं. भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस को चौतरफा घेरना शुरू कर दिया था. जहां भाजपा इस मुद्दे को लंबा खींचने के मूड में नजर आ रही है, वहीं कांग्रेस इसका पटाक्षेप करना चाह रही है. इसीलिए कांग्रेस या यूं कहें कमलनाथ की ओर से नया फरमान जारी किया गया है कि अब बगैर इजाजत के पूर्व मुख्यमंत्री के जन्मदिन का कोई केक नहीं काटा जाएगा. (congress on backfoot on cake scandal)

congress on backfoot on cake scandal
केक कांड पर कांग्रेस बैकफुट पर आई
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Published : Nov 18, 2022, 12:39 PM IST

Updated : Nov 18, 2022, 3:35 PM IST

छिंदवाड़ा। कमलनाथ के जन्मदिन के 2 दिन पहले छिंदवाड़ा में समर्थक ने कमलनाथ की मौजूदगी में मंदिर नुमा और हनुमान जी की तस्वीर वाला केक काटने के बाद पूरे देश में सियासत गर्म हो गई है. इसको लेकर कांग्रेस बैकफुट आ गई है. शुक्रवार को कमलनाथ के जन्मदिन के मौके पर कहीं फिर से कोई बवाल ना हो इसके लिए कोई भी समर्थक बिना अनुमति के केक नहीं काटेंगे. इसके लिए फरमान जारी किया गया है. (congress issued a new order cake cutting)

फीका पड़ा जन्मदिन का जोशः पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के जन्मदिन के मौके पर हर गली मोहल्ले में केक काटने का आयोजन किया जाता था. केक कांड होने के बाद अब जन्मदिन उत्साह फीका पड़ता नजर आ रहा है. कांग्रेस नेता केक काटने की बजाय ज्यादातर धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम करते नजर आएंगे. कोई वृद्ध आश्रम और अस्पतालों में फल वितरण करेगा तो कोई मंदिरों में पूजा-अर्चना करेगा, लेकिन केक काटने में विशेष सावधानी बरती जाएगी. (chhindwara faded birthday party)

Quarrel over cake कमलनाथ ने सनातनी भावनाओं को आहत किया, बोले-अखिलेश्वरानंद हिंदुओं से माफी मांगे

क्या थी केक कांड की वजहः दरअसल कमलनाथ जन्मदिन के 3 दिन पहले 15 नवंबर को छिंदवाड़ा में थे. इसी दौरान एक सामाजिक संस्था की महिला कीर्ति सुधांशु द्वारा कमलनाथ का प्री बर्थडे सेलिब्रेशन किया गया. इस दौरान समर्थक महिला के द्वारा मंदिर नुमा आकृति का केक, जिसमें हनुमान जी की तस्वीर लगाई गई थी उसे लाया गया. कमलनाथ ने भी बगैर ध्यान दिया उसे काट दिया. उन्हें क्या किसी कांग्रेसी को भी यह आभास नहीं था कि यह जश्न उनके जहर बन जाएगा. केक के सहारे भाजपा को कांग्रेस को घेरने का बढ़िया मुद्दा मिल गया था. भाजपा ने कमलनाथ को आड़े हाथों लेते हुए धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया जिसके बाद पूरे देश में political turmoil मचा हुआ है. भाजपा खुलेआम कमलनाथ और कांग्रेस को हिंदू विरोधी बता रही है. (photo of cake will have to be sent before cutting)

केक काटने के पहले लेनी होगी परमीशनः दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का जन्मदिन 18 नवंबर दिन शुक्रवार को है. पहले ही फजीहत में फंसे कमलनाथ अब कोई पंगा नहीं लेना चाहते. इसलिए कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों ने बताया है कि जन्मदिन के दौरान कोई भी समर्थक वरिष्ठ नेताओं की अनुमति के बिना केक नहीं काटेगा. इतना ही नहीं है जो केक बनाया जाएगा उसकी एक तस्वीर वरिष्ठ नेताओं को भी भेजनी होगी ताकि वे उसे वेरीफाई कर सकें. (permission have to be taken before cutting cake)

छिंदवाड़ा। कमलनाथ के जन्मदिन के 2 दिन पहले छिंदवाड़ा में समर्थक ने कमलनाथ की मौजूदगी में मंदिर नुमा और हनुमान जी की तस्वीर वाला केक काटने के बाद पूरे देश में सियासत गर्म हो गई है. इसको लेकर कांग्रेस बैकफुट आ गई है. शुक्रवार को कमलनाथ के जन्मदिन के मौके पर कहीं फिर से कोई बवाल ना हो इसके लिए कोई भी समर्थक बिना अनुमति के केक नहीं काटेंगे. इसके लिए फरमान जारी किया गया है. (congress issued a new order cake cutting)

फीका पड़ा जन्मदिन का जोशः पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के जन्मदिन के मौके पर हर गली मोहल्ले में केक काटने का आयोजन किया जाता था. केक कांड होने के बाद अब जन्मदिन उत्साह फीका पड़ता नजर आ रहा है. कांग्रेस नेता केक काटने की बजाय ज्यादातर धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम करते नजर आएंगे. कोई वृद्ध आश्रम और अस्पतालों में फल वितरण करेगा तो कोई मंदिरों में पूजा-अर्चना करेगा, लेकिन केक काटने में विशेष सावधानी बरती जाएगी. (chhindwara faded birthday party)

Quarrel over cake कमलनाथ ने सनातनी भावनाओं को आहत किया, बोले-अखिलेश्वरानंद हिंदुओं से माफी मांगे

क्या थी केक कांड की वजहः दरअसल कमलनाथ जन्मदिन के 3 दिन पहले 15 नवंबर को छिंदवाड़ा में थे. इसी दौरान एक सामाजिक संस्था की महिला कीर्ति सुधांशु द्वारा कमलनाथ का प्री बर्थडे सेलिब्रेशन किया गया. इस दौरान समर्थक महिला के द्वारा मंदिर नुमा आकृति का केक, जिसमें हनुमान जी की तस्वीर लगाई गई थी उसे लाया गया. कमलनाथ ने भी बगैर ध्यान दिया उसे काट दिया. उन्हें क्या किसी कांग्रेसी को भी यह आभास नहीं था कि यह जश्न उनके जहर बन जाएगा. केक के सहारे भाजपा को कांग्रेस को घेरने का बढ़िया मुद्दा मिल गया था. भाजपा ने कमलनाथ को आड़े हाथों लेते हुए धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया जिसके बाद पूरे देश में political turmoil मचा हुआ है. भाजपा खुलेआम कमलनाथ और कांग्रेस को हिंदू विरोधी बता रही है. (photo of cake will have to be sent before cutting)

केक काटने के पहले लेनी होगी परमीशनः दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का जन्मदिन 18 नवंबर दिन शुक्रवार को है. पहले ही फजीहत में फंसे कमलनाथ अब कोई पंगा नहीं लेना चाहते. इसलिए कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों ने बताया है कि जन्मदिन के दौरान कोई भी समर्थक वरिष्ठ नेताओं की अनुमति के बिना केक नहीं काटेगा. इतना ही नहीं है जो केक बनाया जाएगा उसकी एक तस्वीर वरिष्ठ नेताओं को भी भेजनी होगी ताकि वे उसे वेरीफाई कर सकें. (permission have to be taken before cutting cake)

Last Updated : Nov 18, 2022, 3:35 PM IST

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