छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्ना में पोले के दूसरे दिन होने वाले गोटमार मेले को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है. बुधवार सुबह इस खूनी खेल के प्रतीक कहे जाने वाले पलाश रूपी झंडे को सावरगांव के लोगों ने जाम नदी की पुलिया पर बांधकर, सदियों पुरानी परंपरा की शुरुआत की. वहीं कोरोना महामारी का इस मेले पर कोई असर दिखाई नहीं दिया.
खूनी खेल के नाम से पूरे देश में विख्यात गोटमार मेले को सांकेतिक रूप से मनाने के लिए प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया है. जहां शहर के हर गली मोहल्ले में पुलिस तैनात है, वहीं शहर की सीमा के 7 रास्तों को सील कर दिया गया है.
बता दें छिंदवाड़ा कलेक्टर सौरभ सुमन और एसपी विवेक अग्रवाल द्वारा नगर पालिका कार्यालय में पांढुर्ना और सावरगांव के लोगों की बैठक लेकर कहा था कि झंडे को सुबह 10 बजे चंडी माता मंदिर में पहुंचाया जाएगा. लेकिन लोगों ने इस निर्णय को नहीं माना और खुद ही झंडे को पुलिया पर लाकर पूजा अर्चना की.