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Chhindwara News: बिल्डिंग के इंतजार में राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय, 4 साल से शुरू नहीं की क्लास

2019 में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के नाम से यूनिवर्सिटी खोल दी गई थी, लेकिन 4 साल बीत जाने के बाद भी राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय को अपनी बिल्डिंग नहीं मिल पाई है. फंड नहीं आने की वजह से यूनिवर्सिटी का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है.

Chhindwara News
बिल्डिंग के इंतजार में राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय
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Published : Jun 13, 2023, 10:49 AM IST

छिंदवाड़ा। 4 साल बीत जाने के बाद भी राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय को अपनी बिल्डिंग का इंतजार है. शासकीय स्वशासी पीजी कॉलेज के लाइब्रेरी में अब तक यूनिवर्सिटी का कामकाज किया जा रहा है, इसके चलते यूनिवर्सिटी सिर्फ एग्जाम कराने तक ही सीमित रह गई है. बता दें शासकीय स्वशासी पीजी कॉलेज में 6 हजार वर्ग फीट की लाइब्रेरी में संचालित राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय को 4 साल बीत चुके हैं, अब तक इसका विस्तार नहीं हो पाया. परीक्षाएं कराने तक सीमित यूनिवर्सिटी अब एक क्लास भी शुरू नहीं कर पाई है. विश्वविद्यालय के लिए छिंदवाड़ा से करीब 10 किलोमीटर दूर 120 एकड़ जमीन सारना बाईपास पर दी गई है, लेकिन फंड नहीं आने की वजह से इसका निर्माण शुरू नहीं हो पाया.

रिसर्च सेंटर भी नहीं हुआ शुरूः राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय में 131 कॉलेजों में एग्जाम कराने व रिजल्ट जारी करने के साथी स्टाफ कम पड़ता है. सीमित जगह होने की वजह से विश्वविद्यालय में नए सब्जेक्ट शुरू नहीं हो पाए हैं. विश्वविद्यालय में रिसर्च सेंटर को अनुमति तो मिली है, लेकिन अब तक जगह की कमी की वजह से शुरू नहीं कर पाए.

सरकार तक भेजा गया प्रस्तावः राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय के कुलसचिव मेघराज निनामा ने बताया कि विश्वविद्यालय के कामों को संचालन करने में बिल्डिंग की कमी सामने आ रही है. इसके लिए उच्च स्तर के अधिकारियों सहित प्रशासन को जानकारी भेजी जा चुकी है, जल्द ही इसके लिए कुछ अधिकारियों के आदेश के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.

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नाम बदल गया लेकिन बिल्डिंग के लिए नहीं आया फंडः 2019 में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के नाम से यूनिवर्सिटी खोल दी गई और 120 एकड़ जमीन भी बिल्डिंग बनाने के लिए सरकार के द्वारा आवंटित की गई है. बाद में भाजपा की शिवराज सिंह सरकार ने विश्वविद्यालय का नाम बदलकर राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय कर दिया, लेकिन बिल्डिंग के लिए अभी तक फंड नहीं आया है. पिछले 4 सालों से विश्व विद्यालय शासकीय स्वशासी पीजी कॉलेज लाइब्रेरी बिल्डिंग में संचालित किया जा रहा है, जिसमें से परीक्षा लेने के काम और एकेडमी गतिविधियां ही संचालित हो पा रही है.

शिवराज सरकार पर कमलनाथ लगा चुके हैं भेदभाव का आरोपः विश्वविद्यालय की बिल्डिंग में फंड की कमी को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ कई बार शिवराज सिंह सरकार पर निशाना साध चुके हैं. कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि शिवराज सिंह सरकार ने छिंदवाड़ा के साथ भेदभाव करते हुए विकास कामों पर रोक लगाई है. विश्वविद्यालय के लिए कमलनाथ सरकार रहते हुए जो फंड जारी किया गया था उसे रोक दिया गया है, जिसकी वजह से बिल्डिंग तैयार नहीं हो पाई. इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है.

जल्द ही तैयार होगी विश्वविद्यालय की बिल्डिंगः इस मामले में ईटीवी भारत ने जब भाजपा के जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू से बात की तो उनका कहना था कि कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहते हुए छिंदवाड़ा में जो भी बजट आवंटित किया गया था वे झूठी घोषणाएं थी और उसमें भी अपने चहेते नेताओं को फायदा देने के लिए उम्मीद से अधिक बजट आवंटित किया गया था, उसे रिवाइज किया गया है और उपयुक्त बजट फिर से सभी संस्थानों के लिए जारी किया जा रहा है. जल्द ही सारना बायपास पर राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय की बिल्डिंग तैयार होगी.

छिंदवाड़ा। 4 साल बीत जाने के बाद भी राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय को अपनी बिल्डिंग का इंतजार है. शासकीय स्वशासी पीजी कॉलेज के लाइब्रेरी में अब तक यूनिवर्सिटी का कामकाज किया जा रहा है, इसके चलते यूनिवर्सिटी सिर्फ एग्जाम कराने तक ही सीमित रह गई है. बता दें शासकीय स्वशासी पीजी कॉलेज में 6 हजार वर्ग फीट की लाइब्रेरी में संचालित राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय को 4 साल बीत चुके हैं, अब तक इसका विस्तार नहीं हो पाया. परीक्षाएं कराने तक सीमित यूनिवर्सिटी अब एक क्लास भी शुरू नहीं कर पाई है. विश्वविद्यालय के लिए छिंदवाड़ा से करीब 10 किलोमीटर दूर 120 एकड़ जमीन सारना बाईपास पर दी गई है, लेकिन फंड नहीं आने की वजह से इसका निर्माण शुरू नहीं हो पाया.

रिसर्च सेंटर भी नहीं हुआ शुरूः राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय में 131 कॉलेजों में एग्जाम कराने व रिजल्ट जारी करने के साथी स्टाफ कम पड़ता है. सीमित जगह होने की वजह से विश्वविद्यालय में नए सब्जेक्ट शुरू नहीं हो पाए हैं. विश्वविद्यालय में रिसर्च सेंटर को अनुमति तो मिली है, लेकिन अब तक जगह की कमी की वजह से शुरू नहीं कर पाए.

सरकार तक भेजा गया प्रस्तावः राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय के कुलसचिव मेघराज निनामा ने बताया कि विश्वविद्यालय के कामों को संचालन करने में बिल्डिंग की कमी सामने आ रही है. इसके लिए उच्च स्तर के अधिकारियों सहित प्रशासन को जानकारी भेजी जा चुकी है, जल्द ही इसके लिए कुछ अधिकारियों के आदेश के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.

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नाम बदल गया लेकिन बिल्डिंग के लिए नहीं आया फंडः 2019 में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय के नाम से यूनिवर्सिटी खोल दी गई और 120 एकड़ जमीन भी बिल्डिंग बनाने के लिए सरकार के द्वारा आवंटित की गई है. बाद में भाजपा की शिवराज सिंह सरकार ने विश्वविद्यालय का नाम बदलकर राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय कर दिया, लेकिन बिल्डिंग के लिए अभी तक फंड नहीं आया है. पिछले 4 सालों से विश्व विद्यालय शासकीय स्वशासी पीजी कॉलेज लाइब्रेरी बिल्डिंग में संचालित किया जा रहा है, जिसमें से परीक्षा लेने के काम और एकेडमी गतिविधियां ही संचालित हो पा रही है.

शिवराज सरकार पर कमलनाथ लगा चुके हैं भेदभाव का आरोपः विश्वविद्यालय की बिल्डिंग में फंड की कमी को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ कई बार शिवराज सिंह सरकार पर निशाना साध चुके हैं. कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि शिवराज सिंह सरकार ने छिंदवाड़ा के साथ भेदभाव करते हुए विकास कामों पर रोक लगाई है. विश्वविद्यालय के लिए कमलनाथ सरकार रहते हुए जो फंड जारी किया गया था उसे रोक दिया गया है, जिसकी वजह से बिल्डिंग तैयार नहीं हो पाई. इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है.

जल्द ही तैयार होगी विश्वविद्यालय की बिल्डिंगः इस मामले में ईटीवी भारत ने जब भाजपा के जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू से बात की तो उनका कहना था कि कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहते हुए छिंदवाड़ा में जो भी बजट आवंटित किया गया था वे झूठी घोषणाएं थी और उसमें भी अपने चहेते नेताओं को फायदा देने के लिए उम्मीद से अधिक बजट आवंटित किया गया था, उसे रिवाइज किया गया है और उपयुक्त बजट फिर से सभी संस्थानों के लिए जारी किया जा रहा है. जल्द ही सारना बायपास पर राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय की बिल्डिंग तैयार होगी.

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